तीन वर्षीय ऑनर्स डिग्री देना जारी रखेगा दिल्ली विश्वविद्यालय

Last Updated 22 Feb 2023 08:56:04 PM IST

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी कि यूजीसी ने स्पष्ट किया है कि देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिले कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के माध्यम से प्रवेश लिया जाएंगे। इस बीच दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से यह सुझाव आया है कि कॉलेजों में प्रवेश के लिए सीयूईटी वर्ष में दो बार होनी चाहिए।


दिल्ली विश्वविद्यालय

दिल्ली विश्वविद्यालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि प्रसिद्ध सेंट स्टीफेंस कॉलेज में भी दाखिले सीयूईटी के माध्यम से ही किए जाएंगे। साथ ही यहां अल्पसंख्यक वर्ग के लिए भी कोई इंटरव्यू नहीं होगा।

इसके साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह तीन वर्षीय यूजी पाठ्यक्रम का विकल्प चुनने वाले छात्रों को ऑनर्स डिग्री देना जारी रखेगा। दिल्ली विश्वविद्यालय वैश्विक स्तर पर विश्व की बड़े-बड़े कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से साझेदारी कर रहा है पर विदेशों में दिल्ली विश्वविद्यालय का कैंपस खोले जाने की कोई योजना नहीं है।

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) द्वारा कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी यूजी 2023) पूरी तरह नहीं अपनाने की बात कही गई। कुछ ऐसी ही रिपोर्ट जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय को लेकर भी आने लगी थी। इस पर यूजीसी ने एएमयू और जामिया मिलिया इस्लामिया को एक रिमाइंडर भेजा है। अपने इस संवाद में यूजीसी ने स्पष्ट किया है कि सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) की प्रक्रिया को अनिवार्य तौर पर अपनाना होगा।

यूजीसी ने इससे पहले भी सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को सभी पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए सीयूईटी स्कोर का उपयोग करने के लिए कहा है। हालांकि यूजीसी के दिशा निदेशरें के बावजूद यह पाया गया कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने केवल कुछ ही पाठ्यक्रमों के लिए सीयूईटी का विकल्प चुना है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया में बीते वर्ष भी यही प्रक्रिया अपनाई गई थी। यूजीसी नेट फस्र्ट कहा है कि इन विश्वविद्यालयों समेत सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में छात्रों को समान अवसर प्रदान करने के लिए पूरी तरह से सीयूईटी 2023 सीयूईटी अपनाने की आवश्यकता है।

हालांकि अभी भी बड़ी संख्या में प्राइवेट और राज्यस्तरीय विश्वविद्यालय सीयूईटी-यूजी की परिधि से बाहर हैं। इन विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों में दाखिले पूर्व की ही तरह बारहवीं कक्षा के अंकों के आधार पर लिए गए हैं। अब विश्वविद्यालयों के नए सत्र यानी 2023-24 में इन प्राइवेट और राज्यस्तरीय कॉलेजों को भी सीयूईटी-यूजी के माध्यम से दाखिले देने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

केंद्रीय विश्वविद्यालयों के अलावा अन्य विश्वविद्यालयों को सीयूईटी प्रक्रिया का हिस्सा बनाने के लिए यूजीसी इन विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों से चर्चा कर रही है। यूजीसी का कहना है कि बीते वर्ष देशभर के 45 केंद्रीय विद्यालयों समेत कुल 91 विश्वविद्यालयों ने सीयूईटी प्रक्रिया का पालन करते हुए यूजी दाखिले प्रदान किए थे। यूजीसी का कहना है कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों के अलावा अन्य विश्वविद्यालय भी इस नई प्रक्रिया में शामिल होने को लेकर रुचि दिखा रहे हैं।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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