दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने का लक्ष्य पूरा करेगी भाजपा : सचदेवा
प्रदेश भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि पार्टी का लक्ष्य वर्ष 2024 में सभी लोकसभा सीटें जीतना है और विधानसभा चुनाव में पार्टी इस बार 56 विधानसभा जीतने का लक्ष्य पूरा करेगी।
![]() दिल्ली रदेश भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा |
इसका खाका प्रदेश कार्यकारिणी बैठक में तैयार है। बैठक के बीच संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम के चुनाव में अरविंद केजरीवाल को 134 सीटें जीतने के लिए संघर्ष करना पड़ा। निगम चुनाव में केजरीवाल के उम्मीदवारों को 68 में से 26 विधानसभाओं में हार का मुंह देखना पड़ा है। निगम चुनाव में पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन करते हुए उन्होंने सभी की पीठ थपथपाई।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामबीर सिंह बिधूड़ी ने दिल्ली सरकार के घपले घोटालों को लेकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधा। प्रदेश महामंत्री कुलजीत सिंह चहल ने भी मुख्यमंत्री की खामियां गिनाई। इस मौके पर प्रवक्ता हरीश खुराना, प्रवीण शंकर कपूर एवं विक्रम मित्तल भी थे।
प्रदेश अध्यक्ष ने 26 विधानसभाओं के नाम गिनाते हुए कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में यह आंकड़ा 56 तक जाएगा। उन्होंने कहा कि नगर निगम में आम आदमी पार्टी (आप) को भले ही 134 सीट मिल गई हैं, लेकिन इसके लिए संघर्ष करना पड़ा है। निगम चुनाव में पर्याप्त संख्या के बाद भी मेयर का चुनाव नहीं करवा पा रहे हैं, केजरीवाल को डर है कि उनके पाषर्द एकजुट होकर मतदान नहीं करेंगे। यानी वह बंटे हुए हैं। केजरीवाल के भीतर यही खीज है, इसका असर पिछले दिनों विधानसभा में भी देखने को मिला है। भाजपा का लक्ष्य साफ है।
दिल्ली में केन्द्रीय योजनाओं को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार जताया। केजरीवाल के मंत्री सत्येंद्र जैन पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि जेल में रहते हुए उन्हें विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क करने का भत्ता मिल रहा है। पता नहीं, वह कब क्षेत्र में जाते हैं। उन्होंने बताया कि बैठक में नेता प्रतिपक्ष के राजनीतिक प्रस्ताव को सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने अनमुनोदन किया। इसी के साथ सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के विरुद्ध राजनीतिक प्रस्ताव ध्वनिमत से पास हो गया।
भाजपा के चार पेज के इस राजनीतिक प्रस्ताव में दिल्ली नगर निगम के चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन किया गया है। पार्टी का दावा है कि निगम चुनाव में वर्ष 2017 की अपेक्षा 2022 के मतों में तीन फीसद से अधिक का इजाफा हुआ है, जबकि विधानसभा चुनावों की अपेक्षा ‘आप’ के मतों में गिरावट आई है। दिल्ली सरकार की एक-एक योजना का खुलासा करते हुए निशाना साधा गया है।
केजरीवाल सरकार के शिक्षा मॉडल को विफल बताते हुए नई शराब नीति पर सरकार को घेरा गया। प्रस्ताव में सरकार की हर योजना में घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा गया है कि यह घोटालों की सरकार है। चाहे दिल्ली जल बोर्ड हो, बिजली में सब्सिडी का मामला हो, स्कूलों में कमरों के निर्माण का मामला हो, हर जगह-जगह भाजपा को सरकार में घपले-घोटाले नजर आए। प्रदूषण, यमुना सफाई, सीसीटीवी जैसे मुद्दों पर भी सरकार को घेरा। सरकार पर बिजली कंपनियों को आठ हजार करोड़ रुपए का लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है। प्रदूषण का असर इतना है कि दिल्ली के लोगों में फेफड़ों की बीमारियां तेजी से बढ़ी हैं। प्रस्ताव में दावा किया है कि 53 फीसद लोगों में इसका असर दिख रहा है।
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