दिल्ली : कूड़े के निस्तारण की कार्य योजना पेश करें
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने गाजीपुर लैंडफिल साइट का दौरा किया। उपराज्यपाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे तीन दिनों के भीतर गाजीपुर, भलस्वां व ओखला लैंडफिल साइट से कूड़े के निस्तारण की कार्य योजना प्रस्तुत करें।
![]() उपराज्यपाल वीके सक्सेना (File photo) |
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि अधिकारियों की एक टीम बनाई जाए जो इस कार्ययोजना पर काम करें और समयबद्ध रूप से कूड़ा निस्तारण की निगरानी करें।
दिल्ली नगर निगम की ओर से पेश कार्ययोजना की निगरानी स्वयं उपराज्यपाल करेंगे और अगर जरूरत महसूस हुई तो उपराज्यपाल लैंडफिल साइट का दौरा कर कार्य की प्रगति को जानेंगे। साप्ताहिक आधार पर कार्य की समीक्षा के लिए उपराज्यपाल सचिवालय में एक विशेष सेल भी बनाया जाएगा। इस दौरान दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार, दिल्ली नगर निगम के विशेष अधिकारी अिनी कुमार, निगमायुक्त ज्ञानेश भारती और चीफ फारेस्ट कंजरवेटर ईर सिंह मौजूद रहे।
लैंडफिल साइट पर तीन तरह का कूड़ा है रिफ्यूज डेराइव्ड फ्यूल (आरएफडी), कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन वेस्ट व इनर्ट मैटेरियल, आरएफडी वेस्ट का प्रयोग वेस्ट टू एनर्जी प्लांट में बिजली बनाने में हो रहा है, वहीं, इनर्ट मैटेरियल का सीमित मात्रा में इस्तेमाल एनएचएआई द्वारा सड़क निर्माण में किया जा रहा है। सीएंडडी वेस्ट का इस्तेमाल निर्माण संबंधी गतिविधियों में किया जा रहा है। इनर्ट मैटेरियल की समस्या को लेकर उपराज्यपाल ने निर्देश दिए कि एनएचएआई की तरह ही अन्य राज्यों में इस सामग्री की आपूर्ति की संभावनाओं को तलाशा जाए। वहीं, सीएंडडी वेस्ट को आम लोगों, बिल्डरों, और निर्माण एजेंसियों को देने के बारे में भी सोचना चाहिए।
उपराज्यपाल ने लैंडफिल साइट पर चल रहे बायो-रेमेडिएशन के कार्य का भी जायजा लिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कूड़े के खिलाफ अभियान में दिल्ली की जनता, एनजीओ, कूड़ा बीनने वालों और नागरिक समूहों को शामिल करने की जरूरत है ताकि दिल्ली को स्वच्छ व हरित शहर बनाया जा सके और कूड़े के पहाड़ से मुक्ति पा सके।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूड़े के पहाड़ की हटाने के अपील को याद करते हुए कहा कि दिल्ली की सरकारी मशीनरी को पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए ताकि लैंडफिल साइट को खत्म करने के लक्ष्य को हासिल किया जा सके।
| Tweet![]() |