हरियाणा सरकार के पानी न छोड़ने से यमुना में जलस्तर घटा : जैन
जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं छोड़ रही है।
![]() हरियाणा की ओर से पानी न छोड़े जाने पर वजीराबाद बैराज का निरीक्षण करते जल मंत्री सत्येंद्र जैन। |
इस वजह से यमुना सूखने लगी है। वजीराबाद बैराज में यमुना नदी का जलस्तर गिरकर 5.5 फीट पर पहुंच गया है। जल्द ही हरियाणा ने उनके हिस्से का पानी नहीं छोड़ा, तो दिल्ली में पेयजल की भारी किल्लत हो जाएगी। दिल्ली के हिस्से का पानी मिलना उनका अधिकार है, हरियाणा सरकार दिल्ली के लोगों को उनके अधिकार से वंचित कर रही है। उन्होंने दिल्लीवासियों से कहा है कि पेयजल की किल्लत हो सकती है। किल्लत होने पर लोग दिल्ली जल बोर्ड के केंद्रीय नियंत्रण कक्ष के 1916 नंबर पर संपर्क पर टैंकर मंगा सकते हैं।
यमुना नदी में गिरते जलस्तर को देखते हुए जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को वजीराबाद बैराज का मौके पर जाकर निरीक्षण किया और मौजूदा स्थिति पर चिंता जताई है। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार द्वारा कम पानी छोड़ने की वजह से वजीराबाद और चंद्रावल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से पानी का उत्पादन प्रभावित होने लगा है। यमुना नदी में पानी की कमी की वजह से वजीराबाद बैराज में जलस्तर सामान्य 674.5 फीट से घटकर इस साल के न्यूनतम स्तर 669 फीट (समुद्र तल से 5.5 फीट नीचे) पर पहुंच गया है।
सत्येंद्र जैन ने कहा कि वजीराबाद जलाशय दिल्ली का सबसे महत्वपूर्ण जलाशय है। यह उत्तरी और पश्चिमी दिल्ली के लोगों को पानी उपलब्ध कराने के प्रमुख स्रोतों में से एक है। पानी की कमी के कारण दिल्ली के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स अपनी क्षमता से काफी कम पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वजीराबाद डब्ल्यूटीपी में पानी का उत्पादन 60-70 एमजीडी कम हो गया है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली एक लैंडलॉक शहर है। यहां अधिकतर पानी की आपूर्ति पड़ोसी राज्यों से आने वाली नदियों से होती है। उत्तर प्रदेश गंगा के पानी की आपूर्ति करता है और हरियाणा से यमुना के पानी की आपूर्ति होती है। जबकि पंजाब के भाखड़ा नंगल से भी कुछ पानी की आपूर्ति होती है। सबसे अधिक पानी की आपूर्ति हरियाणा से होती है। यमुना नदी दिल्ली में वजीराबाद बैराज से 15 किमी ऊपर पल्ला में प्रवेश करती है। वजीराबाद बैराज को साल 1959 में उत्तरी दिल्ली में यमुना नदी पर बनाया गया था।
हरियाणा सरकार पर्याप्त पानी नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि पानी हरियाणा द्वारा वजीराबाद बैराज की ओर छोड़ा जाता है। इस पानी को ट्रीट करने के बाद दिल्ली के लोगों के घरों में आपूर्ति होती है। पानी की कमी की वजह से दिल्ली के सिविल लाइंस, हिंदूराव अस्पताल क्षेत्र, कमला नगर, शक्ति नगर और करोल बाग के आसपास के क्षेत्र, पहाड़गंज, ओल्ड और न्यू राजिंदर नगर, पटेल नगर, बलजीत नगर, इंद्रपुरी और आसपास के क्षेत्रों में जलापूर्ति प्रभावित हो रही है।
जल मंत्री ने आग्रह किया है कि हरियाणा सरकार उच्चतम न्यायालय के आदेश के मुताबिक पानी दे। हरियाणा सरकार को मानवीय आधार पर भी इस भीषण गर्मी में दिल्लीवालों की प्यास बुझाने के लिए पानी की आपूर्ति करनी चाहिए। हरियाणा सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि दिल्ली के नागरिकों को उनके हक का पानी दें, जिससे वह अपने अधिकारों से वंचित न रहें।
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