जब साप्ताहिक बाजार लग सकते हैं तो छठ पूजा क्यों नहीं?
कोरोना की वजह से सार्वजनिक स्थानों पर दिल्ली सरकार द्वारा छठ पूजा करने की मनाही पर पूर्वाचल विचार मंच के महासचिव और सीमापुरी छठ पर्व समिति के संस्थापक सुनील झा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार पूर्वाचलवासियों की आस्था पर प्रहार कर रही है।
![]() राजधानी में सार्वजनिक जगहों पर छठ पूजा मनाने की अनुमति देने की मांग को लेकर छठ घाट पर सूर्य देव की पूजा करते भाजपा पूर्वाचल मोर्चा के कार्यकर्ता। फोटो : सहारा न्यूज ब्यूरो |
उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि जब साप्ताहिक बाजार खुल सकते हैं, मॉल खुल सकते हैं, रेस्टोरेंट्स खुल सकता है तो फिर छठ पूजा क्यूं नहीं हो सकती।
उन्होंने कहा कि एक तरह से सरकार पूर्वाचल के लोगों की आस्था के पर्व छठ पूजा के बहाने उनकी आस्था पर प्रहार कर रही है और इस बार अगर ऐसा होता है तो भविष्य में भी ऐसा हो सकता है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार अगर सही मायने में पूर्वाचल के लोगों के आस्था के पर्व छठ पूजा का सम्मान करती तो वह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए स्कूलों में छठ पूजा का आयोजन कर सकती थी।
स्कूलों में प्लास्टिक के टब रखवाकर वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाते हुए उगते सूर्य और डूबते सूर्य को अघ्र्य दिलवा सकती थी।
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