डीटीसी बस में मिला कोरोना संदिग्ध, सील

Last Updated 26 Mar 2020 01:24:27 AM IST

एक तरफ सरकार कोरोना वायरस से लड़ने के लिए केंद्र व राज्य सरकारों ने लॉक डाउन की घोषणा की है तो दूसरी ओर दिल्ली में डीटीसी की बसें सड़कों पर दौड़ रही हैं।


डीटीसी बस में मिला कोरोना संदिग्ध, सील

ऐसी ही एक डीटीसी की बस में कोरोना संदिग्ध यात्री के सफर करने के बाद बस को सील कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि रजिस्ट्रेशन नम्बर डीएल-1पीसी - 9824 वाली एसी बस पीरागढ़ी बस डिपो की है। यह बस रूट नम्बर 708 पर चल रही थी।

डीटीसी कर्मचारी एकता यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज शर्मा के अनुसार इस बस में चल रहे कर्मचारी ने बताया कि इसमें दो यात्री नजफगढ़ में सवार हुए थे और वह आपस में कोरोना वायरस होने की शिकायत कर रहे थे। इनमें से एक यात्री तुरंत बस में गिर पड़ा, जिसके बाद ड्राइवर व कंडक्टर ने 100 नम्बर पर फोन किया और एम्बुलेंस को बुलाया। एम्बुलेंस आई और मरीज को लेकर गई।

यूनियन के अनुसार बस में मौजूद कर्मचारी ने ड्यूटी ऑफिसर को फोन कर के जानकारी दी थी। शर्मा के अनुसार बस के ड्राइवर व कंडक्टर ने समझदारी दिखाते हुए बस को करीब में मौजूद ढिचाऊं कला डिपो ले जाकर सेनिटाइज करवाया और उसके बाद पीरागढ़ी डिपो लेकर आए जहां बस को सील कर दिया गया। उन्होंने इस घटना के बाद सरकार पर दिल्ली की जनता के साथ खिलवाड़ किए जाने का आरोप लगाया है।

 डीटीसी एंड क्लस्टर कंडक्टर ड्राइवर एसोसिएशन के अध्यक्ष चांद बाबू गोला ने कहा कि कोरोना वायरस से कंडक्टर,ड्राइवर व माशर्ल के साथ यात्रियों की सुरक्षा के लिए शुरू से ही डीटीसी प्रशासन से सेनिटाइजर और मास्क की डिमांड कर रहे हैं लेकिन अभी तक कर्मचारियों को सेनिटाइजर और मास्क नहीं मिला है। अब डीटीसी बस में भी कोरोना का मरीज मिला है और न जाने कितने यात्री इन बसों से सफर कर चुके होंगे। उन्होंने कहा कि यह बात अभी तक समझ नहीं आ रही है कि जब पीएम नरेंद्र मोदी देशभर में लॉक डाउन की घोषणा कर चुके हैं तो फिर बसें क्यों चलाई जा रही हैं।

मजनूं का टीला सील

बृहस्पतिवार को हिमाचल प्रदेश में एक भिक्षु की कोरोना से मौत होने के बाद दिल्ली के मजनूं का टीला को सील कर दिया। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 15 मार्च को दुबई से दिल्ली लौटने के बाद यह भिक्षु 21 मार्च तक मजनूं का टीला स्थित रिफ्यूजी कैंप में रुका। 21 मार्च की रात को ही वह हिमाचल प्रदेश गया। जहां भिक्षु कोरोना जांच कराने के बाद संक्रमित पाया गया। 23 मार्च को उसकी मौत होने के बाद मेडिकल टीमों ने पूरे एरिया को सील करते हुए लोगों से घरों में ही रहने के अपील की है। वहीं अब तक दिल्ली में 32 हजार से ज्यादा लोग होम क्वारेंटीन में हैं।

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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