जेएनयू हिंसा : एसआईटी ने आइशी समेत तीन के बयान किए दर्ज

Last Updated 14 Jan 2020 02:32:31 AM IST

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हुई हिंसा के मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने सोमवार को जेएनयू छात्र संगठन की अध्यक्ष आइशी घोष समेत तीन लोगों से पूछताछ की।


जेएनयू हिंसा मामले में एडमिन ब्लॉक में क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा पूछताछ के बाद बाहर निकलतीं छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष व छात्र पंकज मिश्रा।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक तीनों ही लोगों ने सर्वर रूम में तोड़फोड़ और 5 जनवरी को हुई हिंसक घटना में अपना हाथ होने की बात से साफ इनकार किया है। पूछताछ के बाद पुलिस ने तीनों के बयान दर्ज किए हैं। उधर पुलिस अधिकारियों ने यह भी साफ किया है कि तीनों से कोई हार्ड इंटेरोगेशन नहीं हुआ बल्कि मामले में तीनों का पक्ष लिया है।

पुलिस अधिकारी के मुताबिक क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने आइशी घोष समेत पंकज मिश्रा, वास्कर विजय को सोमवार को जांच में शामिल होंने के लिए कहा था। ये तीनों उन 9 लोगों में शामिल थे जिनकी तस्वीरें दिल्ली पुलिस द्वारा पांच जनवरी को हुए हमले के सिलसिले में हाल ही में जारी की गई थीं। इसके अलावा सर्वर रूम में तोड़फोड़ के आरोप में भी इनके खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज है। हिंसक हमले में  घोष समेत 35 छात्र घायल हुए थे। दिल्ली पुलिस ने पिछले हफ्ते दावा किया था कि जेएनयू में हमला परिसर में पंजीकरण प्रक्रिया को लेकर एक जनवरी से चल रहे तनाव का नतीजा था।

कई अन्य छात्रों के भी दर्ज किए गए बयान : जेएनयू कैंपस में सोमवार दिन में एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक में बनाए गए एसआईटी के अस्थानीय ऑफिस में आइशी घोष, विजय और पंकज के अलावा कुछ और छात्र इंवेस्टीगेशन में शामिल होने के लिए पहुंचे। इसमें वह छात्र भी शामिल थे जो हिंसक घटना में जख्मी हो गए थे या फिर जिनकी भूमिका हिंसा से कुछ देर पहले बनाए गए वाट्सएप ग्रुप में नाम होने की वजह से वैरिफाई की जानी थी।

तीनों ने लिखित में रखा अपना पक्ष : पूछताछ के बाद आइशी घोष, पंकज मिश्रा और विजय वास्कर ने लिखित में पुलिस के समक्ष अपना पक्ष रखा है। कई घंटे तक इन तीनों से पूछताछ की गई। पंकज मिश्रा ने बताया कि उनसे जांच टीम ने तीन जनवरी से पांच जनवरी को हुई घटना के बारे में डिटेल में बयान लिए हैं। पूरी जानकारी उसने खुद लिखकर दी। पंकज ने पुलिस को लिखित रूप से बताया पांच जनवरी को हिंसा वाले दिन शोर शराबा और झगड़े को सुन वह पेरियार हॉस्टल पहुंचा, इसके बाद वह बाहर निकल आया, तब उसके नजदीक आइशी घोष थी। दोनों की तस्वीर को किसी छात्र ने सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। इसे देख पुलिस ने उन्हें संदिग्ध मान लिया। पंकज का दावा है कि उसका किसी भी छात्र संगठन से कोई लेना देना नहीं है। यहां वह पढ़ने आया है ना कि राजनीति करने के लिए। कुछ इसी तरह से  विजय वास्कर ने भी अपना पक्ष रखा। शाम को छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष ने भी पुलिस के सामने विस्तार से अपना पक्ष रखा। पुलिस ने इन छात्रों से कोई सवाल जवाब नहीं किए, बस उनका पक्ष जानने और रखने के लिए जांच में शामिल किया था।

तीनों से पूछताछ के बाद अन्य 6 लोगों से इसी हफ्ते हो सकती है पूछताछ : क्राइम ब्रांच एसआईटी ने जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष समेत समेत जिन नौ लोगों की तस्वीरें जारी की हैं। उनमें चुनचुन कुमार, पंकज मिश्रा, योगेंद्र भारद्वाज, प्रिय रंजन, शिवपूजन मंडल, डोलन, सुचेता तालुकदार और वास्कर विजय के नाम शामिल हैं। शनिवार को पुलिस ने इन सभी 9 लोगों को नोटिस जारी कर जांच में शामिल होने के निर्देश दिए थे।

चेक शर्ट पहने युवती दौलत राम कॉलेज की छात्रा निकली

जवाहर लाल नेहरू (जेएनयू) विश्वविद्यालय में पांच जनवरी को हुई हिंसा में सोशल मीडिया पर वायरल वीडियों में चेक शर्ट पहनी नकाबपोश युवती की पहचान हो गई है।

पुलिस ने उसकी पहचान कोमल शर्मा के रूप में की। वह दौलत राम कॉलेज की छात्रा है।

उसे भी क्राइम ब्रांच ने जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा है।

सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने उससे कई बार संपर्क करने की कोशिश की,  लेकिन उससे संपर्क नहीं हो सका।

शनिवार रात से ही उसका फोन स्विच ऑफ आ रहा है।

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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