प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 31 मई को रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर भोपाल में आयोजित ‘महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन’ में हिस्सा लेंगे। शुक्रवार को एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
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उन्होंने बताया कि इस अवसर पर प्रधानमंत्री वर्चुअल माध्यम से विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और इंदौर मेट्रो के सुपर प्रायॅरिटी कॉरिडोर तथा दतिया और सतना में हवाई अड्डों का उद्घाटन करेंगे।
18वीं सदी के मालवा में होल्कर राजवंश की रानी अहिल्याबाई होल्कर को उनके असाधारण शासन, सामाजिक कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता और संस्कृति एवं आध्यात्मिकता के प्रति योगदान के लिए याद किया जाता है।
अधिकारी ने बताया, ’31 मई मध्यप्रदेश के लिए ऐतिहासिक दिन होगा। अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में भोपाल के जंबूरी मैदान में महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।’
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में मोदी कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। वह 483 करोड़ रुपये की लागत से बने 1,271 नए अटल ग्राम सेवा सदन (पंचायत भवन) की पहली किस्त हस्तांतरित करेंगे और इंदौर मेट्रो के सुपर प्रायॅरिटी कॉरिडोर का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे।
उन्होंने बताया कि छह किलोमीटर लंबा यह कॉरिडोर मेट्रो येलो लाइन का हिस्सा है, जिसमें पांच स्टेशन शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि यह देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को मध्यप्रदेश में पहली बार आधुनिक, प्रदूषण मुक्त और तेज परिवहन सुविधा प्रदान करेगा।
प्रधानमंत्री अहिल्याबाई को समर्पित एक डाक टिकट और स्मारक सिक्का जारी करेंगे। इसके साथ ही आदिवासी, लोक और पारंपरिक कलाओं में उल्लेखनीय योगदान देने वाले कलाकार को राष्ट्रीय देवी अहिल्याबाई पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि इस अवसर पर मोदी सुशासन, महिला सशक्तिकरण और देवी अहिल्याबाई के सांस्कृतिक योगदान पर आधारित एक प्रदर्शनी का भी दौरा करेंगे। इसके अलावा, मोदी दतिया और सतना में नवनिर्मित हवाई अड्डों का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे।
दतिया हवाई अड्डे को 60 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। यह हवाई अड्डा धार्मिक शहर को देश के अन्य हिस्सों के साथ बेहतर संपर्क प्रदान करेगा।
अधिकारी ने बताया कि 37 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सतना हवाई अड्डे से मध्यप्रदेश के विंध्य क्षेत्र के पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य और औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री 2028 के सिंहस्थ (कुंभ मेला) की तैयारियों के तहत क्षिप्रा नदी पर 778.91 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले घाटों का वर्चुअल भूमि पूजन भी करेंगे। इसके साथ ही 80 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बैराज, स्टॉप डैम और कॉजवे बनाने का काम भी शुरू होगा।
अधिकारी ने बताया कि यह काम धार, उज्जैन, इंदौर और देवास समेत कई जिलों में किया जाएगा। निर्माण शनि मंदिर से नागदा बाईपास तक 29 किलोमीटर में किया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि इन संरचनाओं से क्षिप्रा और कान्ह नदियों में पानी का निरंतर प्रवाह बनाए रखने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री मोहन यादव भी कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
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