मध्य प्रदेश में लगभग 37 लाख गरीबों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत पात्रता पर्ची वितरित करने का अभियान अन्न उत्सव के साथ शुरू हुआ।
 |
इस मौके पर बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से हितग्राहियों ने कहा कि मकान मिला, सिलेंडर मिला और अब राशन भी मिल रहा है। राजधानी के समन्वय भवन में राज्य स्तरीय अन्न उत्सव का आयोजन किया गया। वहीं जिला और राशन दुकान स्तर पर भी कार्यक्रम हुए। मुख्यमंत्री चौहान ने राज्य स्तरीय समारोह में राज्य के विभिन्न स्थानों के हितग्राहियों से संवाद किया।
मुरैना के बानमौर की निवासी जिल्लो खान ने मुख्यमंत्री चौहान को बताया कि उन्हें दो साल पहले प्रधानमंत्री आवास योजना से पक्का मकान मिल गया था। उसके बाद सिलेंडर और रसोई गैस मिली और अब सस्ता राशन भी मिल गया है। उन्हें एक रूपये किलो के हिसाब से 50 किलो गेहूं और चावल मिले हैं, नमक और केरोसिन भी मिला है। इसके अलावा उन्हें 50 किलो निशुल्क राशन और प्रत्येक सदस्य पर एक किलो दाल भी हर महीने मिल रही है।
मुख्यमंत्री चौहान ने जिल्लो खान से कहा कि वह अपने बच्चों को खूब पढ़ाएं तथा आगे बढ़ाएं। सरकार हर तरीके से उनकी मदद करेगी।
इसी तरह उज्जैन के अंबोदिया के हितग्राही लक्ष्मण मंडलोई ने मुख्यमंत्री चौहान को संवाद के दौरान बताया कि उनके परिवार में पांच सदस्य हैं, उन्हें पात्रता पर्ची मिल गई है और 25 किलो गेहूं, चावल एवं नमक भी प्राप्त हो गए हैं। वे कुछ दिनों पहले एक दुर्घटना में दिव्यांग हो गए थे। इसलिए अब कोई कामकाज नहीं कर पाते हैं। इस पर मुख्यमंत्री चौहान ने वीडियो कन्फ्रेंसिंग में उज्जैन से शामिल हुए उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव को निर्देश दिए कि लक्ष्मण का अच्छे से अच्छा इलाज कराएं।
इंदौर जिले के भवन निर्माण श्रमिक राधेश्याम ने मुख्यमंत्री चौहान से कहा कि उन्हें 25 किलो गेहूं चावल और नमक एक रुपए की दर पर मिल गया है। इसके साथ ही उन्हें हर महीने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का राशन भी निशुल्क मिल रहा है। उनके बच्चों की फीस सरकार भर रही है, उनका बिजली का बिल भी माफ हो गया है।
छतरपुर जिले के बड़ा मलहरा की कस्तूरी बाई ने मुख्यमंत्री चौहान को बताया कि वे मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का जीवन यापन करती हैं। उनके पांच बच्चे हैं। उन्हें 30 किलो गेहूं, चावल और नमक एक रुपए किलो की दर पर मिल गया है। इसके अलावा 30 किलो गेहूं, चावल और छह किलो दाल भी निशुल्क मिल गई है।
| | |
 |