कोयला खदान के बाहर पहरा देती रही पुलिस, चकमा देकर भागे लुटेरे

Last Updated 03 Nov 2021 11:00:57 PM IST

धनबाद जिले की कुमारधुबी स्थित भाग्यलक्खी इंक्लाइंड कोयला खदान में केबल को लूटने के मकसद से घुसे दो दर्जन लुटेरे पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। लुटेरों के अंदर घुसे होने की आशंका के चलते सोमवार और मंगलवार को खदान से उत्पादन भी पूरी तरह बाधित रहा।


कोयला खदान के बाहर पहरा देती रही पुलिस, चकमा देकर भागे लुटेरे

पुलिस एवं सुरक्षा बलों का पूरा दस्ता खदान से उनके बाहर निकलने के इंतजार में तीन दिनों तक पहरा देता रह गया। यह आश्वस्त होने के बाद कि खदान में लुटेरे नहीं हैं, बुधवार से यहां दुबारा उत्पादन शुरू किया गया है। पहली पाली में 80 से ज्यादा कामगारों को इंक्लाइंड खदान के अंदर काम के लिए भेजा गया है। पुलिस और प्रबंधन के अधिकारी इसे लेकर हैरत में जरूर हैं । उनको हैरानी इस बात की भी है कि जब लुटेरों ने रविवार की रात खदान के अंदर से पुलिस और सुरक्षा बलों के दस्ते पर फायरिंग की थी और बम फेंके थे तो इसके बाद से ही वहां लगातार पहरेदारी की जा रही थी। ऐसे में कड़ी सुरक्षा के बावजूद आखिर लुटेरे कैसे फरार हुए? इस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के मुगमा एरिया के महाप्रबंधक बीसी सिंह ने कहा कि केबल लुटेरों की तलाश में तीन बार चलाए गए सर्च अभियान के बावजूद उनका कोई पता नहीं चला। लुटेरों ने रविवार की रात खदान में गये सुरक्षा दल पर बमबारी और फायरिंग की थी। इसी वजह से यह माना जा रहा था कि वे खदान के अंदर ही छिपे हैं, लेकिन संभवत: वे मौके से भागने में सफल रहे हैं। संयुक्त टीम को जांच के दौरान खदान के अंदर कोई गतिविधि नहीं दिखी।

इस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के लिए अंतर्गत आनेवाली कुमारधुबी स्थित भाग्यलक्खी इंक्लाइड खदान में बीते रविवार की रात चोरों का गिरोह केबल लूट के इरादे से खदान में घुसा था। इसकी सूचना पाकर पुलिस और सुरक्षाकर्मियों का दस्ता मौके पर पहुंच गया। इसपर अपराधियों ने पुलिसकर्मियों पर बम फेंके और कई राउंड फायरिंग की। इस हमले में एक सिक्योरिटी इंस्पेक्टर अवध बिहारी महतो घायल हो गये थे।

इसके बाद से ही जिला प्रशासन, पुलिस और सीआईएसएफ की टीम खदान के बाहर डटी हुई थी। लाउडस्पीकर के जरिए अपराधियों को बाहर आने को कहा जा रहा था, लेकिन दूसरी तरफ से कोई जवाब नहीं आया। आखिरकार पूरी तैयारी के साथ पुलिस और सुरक्षा बलों के दस्ते ने मंगलवार को पूरी खदान में अंदर घुसकर सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन कोई भी अपराधी उनकी गिरफ्त में नहीं आया। एसडीपीओ पीतांबर सिंह खेरवार ने कहा कि जांच में किसी के अंदर होने के साक्ष्य नहीं मिला है।
 

आईएएनएस
रांची


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment