झारखंड : कोयला खान में दबकर 11 श्रमिकों की मौत
झारखंड के लालमटिया कोयला खदान हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 11 हो गयी.
झारखंड में लालमटिया कोयला खदान हादसा. |
ईसीएल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इलाके में घने कोहरे के कारण बचाव अभियान प्रभावित हो रहा है.
ईसीएल के कार्यवाहक सीएमडी आर. आर. मिश्रा ने बताया, ‘‘मरने वालों की संख्या बढ़ कर 11 हो गयी है.’’
बृहस्पति की रात इस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) के लालमटिया कोयला खदान में मिट्टी धंसने के कारण कई खनिकों के फंसे होने की आशंका है.
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए इसकी विस्तृत जानकारी मुख्यमंत्री रघुवर दास से प्राप्त की.
झारखंड पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक आरके मल्लिक ने बताया कि बृहस्पतिवार देर शाम हुई इस दुर्घटना में कम से कम 23 लोग खदान से निकले मलबे के धंसने से उसके नीचे दब गए थे. इनमें से अब तक नौ श्रमिकों के शव बरामद किए गए हैं, जबकि अभी भी चौदह से अधिक लोग लापता हैं.
उन्होंने बताया कि शुरू में तीन दर्जन से अधिक लोगों के फंसने की खबर आई थी, लेकिन शुक्रवार सुबह जांच में 23 लोगों के लापता होने की बात सामने आई. उन्होंने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य में अबतक नौ श्रमिकों के शव बरामद किए गए हैं, जबकि चौदह का अभी पता नहीं चल सका है.
प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘झारखंड में खान दुर्घटना में लोगों की मौत पर अत्यंत शोक है. जो लोग खान में फंसे हैं उनकी रक्षा के लिए ईश्वर से प्रार्थना है. पूरी घटना पर मुख्यमंत्री रघुवर दास से बात की.’
मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख और घायलों को 25-25 हजार रुपए सहायता की घोषणा की है. कोयला मंत्रालय ने मारे गए मजदूरों के परिवारों के लिए भी अलग से पांच-पांच लाख की सहायता राशि की घोषणा की है.
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