छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमित पहले मरीज की पुष्टि, परिवार एम्स की निगरानी में
छत्तीसगढ़ में लंदन से लौटी 24 वर्षीय एक युवती के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि की गई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि राज्य में कोरोना वायरस का यह पहला मामला है।
(फाइल फोटो) |
युवती और उसके माता-पिता को रायपुर के एम्स में निगरानी में रखा गया है।
रायपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के अधीक्षक करन पीपरे ने यहां बताया कि रायपुर निवासी 24 वर्षीय एक युवती के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
डॉक्टर पीपरे ने बताया, ‘‘युवती इस महीने की 15 तारीख को लंदन से मुंबई होते हुए रायपुर लौटी थी। युवती लंदन में पढ़ाई करती है। युवती को जब सर्दी, खांसी की शिकायत हुई तब 17 तारीख को युवती का नमूना लिया गया था।’’
उन्होंने बताया कि चिकित्सकों ने उसे और उसके माता-पिता को घर में रहने की सलाह दी थी। बुधवार को युवती के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई तब युवती और उसके माता-पिता को तत्काल एम्स में भर्ती कर लिया गया। परिवार को पृथक वार्ड में रखा गया है।
वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि युवती का इलाज किया जा रहा है तथा उसकी स्थिति सामान्य है। वहीं उसके माता पिता के भी नमूने ले लिए गए हैं और जांच कराई जा रही है। परिवार एम्स में चिकित्सकों की निगरानी में है।
डॉक्टर पीपरे ने बताया कि एम्स में राज्य भर से आए कोरोना वायरस के नमूनों की जांच की जा रही है और इलाज की व्यवस्था की गई है। उन्होंने लोगों से कहा है कि वे डरे नहीं बल्कि सावधानी बरतें।
इधर, राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को बताया था कि राज्य से 114 लोगों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं जिनमें से 102 की रिपोर्ट मिल चुकी है।
राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में गुरुवार को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक होगी। बैठक में कोविड-19 के संबंध में कार्ययोजना आदि पर चर्चा की जाएगी।
छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए नगरीय निकायों की सीमा के अंतर्गत स्थित सभी सार्वजनिक पुस्तकालय और शासकीय, अर्धशासकीय और निजी व्यायाम शाला (जिम), स्वीमिंग पुल, वॉटर पार्क और आंगनवाड़ी केंद्रों को 31 मार्च तक बंद रखने का फैसला किया है।
वहीं राज्य के सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों को भी 31 मार्च तक बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। जारी आदेश में विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में परीक्षा संबंधी कार्यों के लिए सभी शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक स्टाफ को नियमित रूप से उपस्थित होने को कहा गया है। केवल कक्षाओं का संचालन स्थगित रखने को कहा गया है।
वहीं विधानसभा में बजट सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही 25 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
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