सुकमा जिले में सुरक्षा बलों के अभियान ‘प्रहार’ में 20 से अधिक नक्सली मारे गए
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ शुक्रवार से शुरू अब तक के सबसे बड़े अभियान ‘प्रहार’ में घने जंगलों में नक्सलियों के मिलिट्री दलम के मुख्यालय पर धावा बोल दिया है.
नक्सलियों के सैन्य मुख्यालय पर धावा |
पुलिस को इस अभियान में 20 से अधिक नक्सलियों के मारे जाने की आशंका है.
ऑपरेशन के बाद खाना खा रहे जवानों पर नक्सलियों ने घात लगाकर हमला किया जिसमें डीआरजी के दो जवान शहीद हो गए और पांच घायल हो गए. इस हमले में नक्सली नेता हिड़मा के शामिल होने की आशंका है.
राज्य के पुलिस महानिदेशक (नक्सल आपरेशन) डीएम अवस्थी ने शनिवार को यहां पत्रकारों को बताया कि सुकमा के घुर नक्सल इलाके तोडामरका के घने जंगलों में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल, जिला पुलिस, एसटीएफ एवं कोबरा बटालियन के 1500 से भी अधिक जवानों ने शुक्रवार से शुरू प्रहार अभियान में पहली बार अंदर घुसकर आपरेशन शुरू किया है.
इस आपरेशन में वायुसेना का भी सपोर्ट मिल रहा है. बताया जा रहा है अभी भी जंगल में करीब 700 जवान फंसे हैं जिनसे सम्पर्क नहीं हो पा रहा है. जब तक ये जवान नहीं लौटते अफसर पुलिस मुख्यालय में डटे रहेंगे.
उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के अति सुरक्षित इस इलाके में स्थित मिलिट्री दलम के मुख्यालय पर धावा बोल दिया, उस समय वहां पर 150 से 200 सशस्त्र नक्सली मौजूद थे. दोनों तरफ से जोरदार मुकाबला हो रहा है.
राज्य के नक्सल मामलों के विशेष पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने बताया कि जब नक्सलियों से मुठभेड़ के बाद जवान खाना खा रहे थे तो नक्सलियों ने चिंतागुफा थाना क्षेत्र में घात लगाकर हमला किया जिसमें दो जवान शहीद हो गए तथा पांच अन्य जवान घायल हो गए. घायल पांच जवानों को रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां तीन की हालत गंभीर है. सुरक्षा बलों ने एक नक्सली का शव भी बरामद किया.
नक्सलियों ने पहले भी इस तरह का हमला किया था जिसमें 25 जवान शहीद हो गए थे. घटना के बाद पुलिस मुख्यालय में अधिकारियों की बैठक हुई जिसमें डीजी डीएम अवस्थी, सीआरपीएफ आईजी देवेंद्र चौहान सहित बड़े अफसर शामिल थे. इलाके में बारिश से संपर्क बाधित है. राहत कार्य रात में भी चलाया जा रहा है. घायलों की संख्या और बढ़ सकती है.
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