नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने सोमवार को श्रीलंका की चार दिवसीय यात्रा शुरू की, जहां वह समुद्री क्षेत्र में द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और बढ़ाने के लिए द्वीपीय देश के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे।

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नौसेना प्रमुख श्रीलंका की यात्रा ऐसे समय कर रहे हैं जब भारत ने चीन द्वारा इस द्वीपीय राष्ट्र में अपने सामरिक प्रभाव का विस्तार करने के लगातार प्रयासों को लेकर चिंता जाहिर की है।
एडमिरल त्रिपाठी कोलंबो में प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या से भी मुलाकात करेंगे तथा तीनों सेना प्रमुखों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ व्यापक वार्ता करेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि वार्ता में समुद्री सुरक्षा, रक्षा क्षमता को बढ़ाने, प्रशिक्षण और द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के अवसरों की पहचान करने जैसे व्यापक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘नौसेना प्रमुख की श्रीलंका यात्रा का उद्देश्य मैत्रीपूर्ण संबंधों को और गहरा करना तथा ‘महासागर’ (क्षेत्रों में सुरक्षा एवं विकास के लिए पारस्परिक व समग्र उन्नति) के दृष्टिकोण के अनुरूप साझा रणनीतिक और समुद्री हितों जैसे अहम क्षेत्रों में बेहतर समझ का मार्ग प्रशस्त करना है।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘एडमिरल की यह यात्रा भारत-श्रीलंका के लंबे समय से स्थापित संबंधों की फिर से पुष्टि करता है, जो पारस्परिक सम्मान, समुद्री विश्वास और भारतीय महासागर क्षेत्र में शांति और स्थिरता के साझा दृष्टिकोण पर आधारित हैं।’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मार्च में मॉरीशस की अपनी यात्रा के दौरान ‘ग्लोबल साउथ’ के साथ भारत की सहभागिता के लिए ‘महासागर’ पहल की घोषणा की थी।
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