बिहार में 'एक अभ्यर्थी-एक रिजल्ट' की मांग पर छात्रों का हिंसक प्रदर्शन, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग है कि बीपीएससी द्वारा आयोजित तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा में 'एक अभ्यर्थी-एक रिजल्ट' लागू किया जाए और प्री-रिजल्ट काउंसलिंग आयोजित की जाए।
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बिहार की राजधानी पटना में सोमवार को सैकड़ों छात्र 'एक अभ्यर्थी-एक रिजल्ट' की मांग को लेकर बीपीएससी कार्यालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जोरदार प्रदर्शन किया। इसके चलते प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प जैसी स्थिति पैदा हो गई और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
दरअसल,बीपीएससी द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थी 'एक अभ्यर्थी-एक रिजल्ट' और प्री-रिजल्ट काउंसलिंग की भी मांग कर रहे हैं। इसी सिलसिले में सोमवार को सैकड़ों अभ्यर्थी पटना स्थित बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। पुलिस ने इन प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की, लेकिन ये पुलिस की बात सुनने को तैयार नहीं थे। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। ऐसे में प्रदर्शनकारी यहां से चले गए होंगे, लेकिन फिर से वहां जमा हो गए। उन्हें हटाने के लिए पुलिस को दोबारा लाठीचार्ज करना पड़ा।
प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग है कि बीपीएससी द्वारा आयोजित तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा में 'एक अभ्यर्थी-एक रिजल्ट' लागू किया जाए और प्री-रिजल्ट काउंसलिंग आयोजित की जाए। ऐसा न करने पर कई रिक्तियां खाली रह जाती हैं। छात्रों का कहना है कि अभ्यर्थी का रिजल्ट प्राइमरी,नौवीं,दसवीं,ग्यारहवीं और बारहवीं में से किसी एक को दिया जाना चाहिए। छात्रों का यह भी कहना है कि एक बार रिजल्ट जारी होने के बाद यह उम्मीदवार का निर्णय है कि वह किसमें शामिल होना चाहता है। ऐसे में अगर दो नतीजे आते हैं तो एक सीट खाली रह जाती है। फिर काउंसलिंग के बाद भी कई सीटें खाली रह जाती हैं।
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