बिहार: जननी बाल सुरक्षा योजना में अनियमितता, दर्ज की गई प्राथमिकी

Last Updated 22 Aug 2020 02:46:42 PM IST

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संस्थागत प्रसव प्रोत्साहन कार्यक्रम के तहत जननी बाल सुरक्षा योजना की राशि के फर्जीवाड़े को लेकर मुजफ्फरपुर के मुसहरी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।


दर्ज प्राथमिकी में मुजफ्फरपुर के मुसहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के लेखापाल को आरोपी बनाया गया है। मुजफ्फरपुर के एक पुलिस अधिकारी ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी उपेंद्र चौधरी के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में मुसहरी सीएचसी के लेखापाल अवधेश कुमार को आरोपी बनाया गया है।

प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि कुछ खास महिलाओं के नाम पर नाम पर जननी बाल सुरक्षा योजना की राशि बार-बार निकाली गई है।

मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जयंतकांत ने बताया कि दर्ज प्राथमिकी में तीन महिलाओं के नाम पर प्रोत्सहन राशि गबन करने का आरोप लगाया गया है।

उन्होंने बताया कि थाना प्रभारी को स्वयं इसकी जांच करने का निर्देश दिया गया है।

इधर, जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने इस मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम गठित की है। सूत्रों का कहना है कि यह टीम मामले की जांच शुरू कर दी है।

बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भी कार्यपालक पदाधिकारी (स्वास्थ्य सेवाएं) मनोज कुमार को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।

उल्लेखनीय है कि यह मामला तब प्रकाश में आया जब मुजफ्फरपुर जिले के मुसहरी प्रखंड में 65 साल की महिला ने 14 महीने में आठ बच्चियों को जन्म देने का मामला सामने आया।

आरोप है कि इस योजना का लाभ पाने वाली महिलाओं में कई की उम्र 60 साल से भी ज्यादा है और पिछले बीस सालों में उन्होंने किसी बच्चे को जन्म नहीं दिया। आरोप है कि एक ही महिला के खाते में एक साल में कई बार प्रोत्साहन राशि के 1400 रुपये डाले गए हैं और उसकी निकासी भी कर ली गई है।
 

आईएएनएस
पटना


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