दिल्ली और झारखंड में अपने बलबूते चुनाव लड़ेगा जद(यू)

Last Updated 30 Oct 2019 04:53:07 PM IST

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल जनता दल(यू) ने राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त करने के लिए झारखंड और दिल्ली विधानसभा चुनाव अपने बलबूते पर लड़ने की आज यहां घोषणा की।


जद(यू)अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(फाइल फोटो)

जद(यू)अध्यक्ष नीतीश कुमार ने पार्टी की नवनिर्वाचित राष्ट्रीय परिषद की बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि बिहार और अरुणाचल प्रदेश में पार्टी बेहतर स्थिति में है और वह झारखंड तथा दिल्ली में अपने संगठन का विस्तार कर विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करना चाहती है जिससे उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सके।

उन्होंने कहा कि पार्टी के स्वतंत्र रुप से चुनाव लड़ने के फैसले को भारतीय जनता पार्टी के साथ टकराव कहना ठीक नहीं होगा।

पार्टी के प्रधान महासचिव के सी त्यागी, पार्टी के वरिष्ठ नेता रामचन्द्र प्रसाद सिंह और पवन वर्मा ने संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय परिषद ने सर्वसम्मति से कुमार को तीन वर्षो के लिए अध्यक्ष चुने जाने का अनुमोदन कर दिया।

उन्होंने कहा कि लोहिया और जेपी की विरासत कमजोर और धूमिल भी हुयी है। ये नेता भ्रष्टाचार और परिवारवाद के खिलाफ थे। अन्य पार्टियां जो लोहिया और जेपी के सच्चे उत्तराधिकारी होने का दावा करते हैं उनके नेता भ्रष्टाचार और परिवारवाद में शामिल हैं। ऐसी स्थिति में कुमार सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं जिनके नेतृत्व में बिहार में सरकार चल रही है और वहां भ्रष्टाचार नहीं है।

त्यागी ने कहा कि वर्ष 2020 में बिहार में विधानसभा चुनाव होना है जहां पार्टी को कोई चुनौती नहीं है। वह वर्ष 2010 से बेहतर प्रदर्शन करेगी । बिहार में सीट का विभाजन या व्यक्तित्व को लेकर कोई समस्या नहीं है। वहां जद(यू), भाजपा और लोक जनशक्ति पार्टी मिलकर चुनाव लड़ेगी।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मुद्दे, सेना,विदेश नीति और पूर्वोत्तर में शांति जैसे मामलों पर उनकी पार्टी राजग के साथ है। हालांकि उन्होंने कहा कि विभिन्न मामलों पर पार्टियों की अलग अलग राय भी रहती है।

त्यागी ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि केन्द्रीय मंत्रीमंडल में पार्टी को आनुपातिक प्रतिनिधित्व मिलता है तो वह उसमें शामिल होगी।

बिहार में भाजपा को आनुपातिक प्रतिनिधित्व दिया गया है और उसे उपमुख्यमंत्री का पद भी दिया गया है। महाराष्ट्र में सरकार बनाने में गतिरोध की स्थिति की चर्चा किये जाने पर त्यागी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को राजग के विवाद को सुलझाना चाहिये ।

उन्होंने कहा कि उनके लिए भाजपा का अर्थ  मोदी और शाह हैं ।   

 

वार्ता
नयी दिल्ली


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