बिहार दिवस: नीतीश ने सरकारी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालय में मुफ्त वाई-फाई की सुविधा की शुरूआत की
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार दिवस के अवसर पर सरकारी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में मुफ्त वाइ-फाई की सुविधा की शुरूआत की.
फाइल फोटो : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार |
सरकारी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में मुफ्त वाई-फाई की सुविधा दिया जाना नीतीश सरकार के बहुप्रचारित सात निश्चय कार्यक्र म का हिस्सा है.
बिहार दिवस के अवसर पर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित एक तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान सरकारी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में मुफ्त वाई-फाई की सुविधा की शुरूआत करते हुए नीतीश ने कहा कि बुधवार के युग में हर तरह की जानकारी इंटरनेट की मदद से हासिल की जा सकती है और यह विद्यार्थियों को उनके अध्ययन में भी मददगार होगा.
अब इसके (मुफ्त वाई-फाई की सुविधा) जरिए विद्यार्थी अपनी पसंद के अनुसार जानकारी डाउनलोड कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि सरकारी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में मुफ्त वाई-फाई की सुविधा की शुरूआत गत फरवरी महीने में कर दी जाती पर बिहार विधान परिषद चुनाव के कारण प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू रहने के कारण इसे टाल दिया गया.
नीतीश ने बिहार दिवस कार्यक्रम की चर्चा करते हुए कहा कि इसकी शुरूआत 2009 में उनकी सरकार द्वारा किया गया था और गत वर्ष अप्रैल महीने से प्रदेश में पूर्णशराबबंदी लागू करने के बाद सरकार के डी एडिक्शन की ओर बढने को ध्यान में रखते हुए इस साल का बिहार दिवस ‘नशामुक्ति’ को समर्पित है.
उन्होंने कहा कि जनता न सरकार के पूर्णशराबबंदी के निर्णय का जोरदार समर्थन किया जो कि इसके प्रति अपने संकल्प को दोहराने और लोगों के बीच जागरुकता पैदा करने के लिए गत जनवरी महीने में 4 करोड लोगों द्वारा बनायी गयी मानवश्रृंखला से परिलक्षित हुआ है तथा लोगों के मूड का प्रकटीकरण है.
नीतीश ने कहा कि गुरू गोविंद सिंह जी महाराज के जन्मदिवस पर आयोजित 350वें प्रकाशपर्व और कालचक्र पूजा के सफल आयोजन के बाद प्रदेश सरकार आगामी 10 अप्रैल को पूरे साल मनाए जाने वाले ‘चंपारण सत्याग्रह’ का आयोजन करने जा रही है.
नीतीश ने कहा कि हर जगह हिंसा और असहिष्णुता का माहौल है ऐसे में सरकार ने स्कूली छात्र-छात्राओं के बीच राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के विचार और व्याख्यान से अवगत कराने के अलावा उनके संदेश से जुड़ी फिल्में प्रदर्शित की जाएगी.
उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य जनता के बीच महात्मा गांधी के सदभाव और अहिंसा के संदेश को फैलाना है.
पिछडे, अन्य पिछडे और दलित छात्र-छात्राओं को मिलने वाले पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति को आगे नहीं जारी रखे जाने के विपक्ष के आरोप को खारिज करते हुए नीतीश ने कहा कि इसे खत्म नहीं किया गया है यह जारी रहेगा.
उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राएं अपनी उच्च शिक्षा आगे जारी रख सकें, इसके लिए सरकार ने उन्हें स्टूडेंट केडिट कार्ड जारी किया है और उसके जरिए वे 4 लाख रूपये शिक्षा ऋण प्राप्त कर सकते हैं और सरकार यह पता लगाने के लिए इससे अन्य पिछडे वर्ग और एससी-एसटी समुदाय से आने वाले छात्र.छात्राओं को लाभ पहुंचा या नहीं वित्तीय वर्ष 2017-18 के पूरा होने पर इस योजना की समीक्षा करेगी.
नीतीश ने कहा कि छात्र-छात्राएं स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ उठाना चाहते हैं या पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति प्राप्त करना चाहते हैं, दोनों में किसी एक को चुन सकेंगे.
उन्होंने कक्षा एक से आठ तक की उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन के लिए शिक्षा विभाग के स्वर्ण पदक प्राप्त करने की प्रशंसा की.
बिहार दिवस के आयोजन का नोडल विभाग शिक्षा विभाग है. मंत्री अशोक चौधरी ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री को स्मृतिचिन्ह प्रदान किया.
बिहार दिवस कार्यक्रम का संचालन करते हुए शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि आधारभूत संरचना उपलब्ध कराने के बाद अब सरकार गुणवत्तपूर्ण शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किए हुए है और सरकार ने शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए इसके लिए सबसे अधिक 25000 करोड़ रूपये का बजटीय प्रावधान किया है.
इस अवसर पर बिहार विधान परिषद सभापति अवधेश नारायण सिंह, मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, रामविचार राय, अवधेश कुमार सिंह, शिवचंद्र राम, जयकुमार सिंह और संतोष निराला सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे.
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