भाजपा-शिवसेना गठबंधन कायम रहने का निकला नया फार्मूला!
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सीटों को लेकर काफी दिनों से भाजपा और शिवसेना में चल रही खींचतान अब खत्म होती नज़र आ रही है.
क्या बचेगा भाजपा-शिवसेना गठबंधन? |
शिवसेना सांसद संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि भाजपा और शिवसेना दोनों साथ मिलकर चुनाव लडेंगे. कोई अलग नहीं होगा.
इस बीच भाजपा ने कहा है कि शिवसेना ने सीटों के बंटवारे को लेकर नया फार्मूला दिया है.
सूत्रों के अनुसार, भाजपा और शिवसेना नेताओं के बीच मंगलवार को हुई बैठक में इस बात पर निर्णय लिया गया कि दोनों ही साथ मिलकर चुनाव लडेंगे. बताया जाता है कि शिवसेना ने भाजपा को 130 सीटों पर चुनाव लड़ने का नया प्रस्ताव दिया है.
इससे पहले शिवसेना भाजपा को 119 से अधिक सीटें देने को तैयार नहीं थी वहीं भाजपा 130 सीटों से कम पर मानने को तैयार नहीं थी, ऎसे में शिवसेना ने अपनी और भाजपा की बात मान ली और सहयोगी दलों की सीटें कम कर दी.
सूत्रों का कहना है कि शिवसेना स्वयं 151 सीटों पर और अन्य सहयोगियों दल 7 सीटों पर चुनाव लडेंगे. फिलहाल भाजपा और शिवसेना ने जीत के बाद सीएम किसका होगा, इस मसले को टाल दिया है.
गठबंधन को बचाने के लिए भाजपा ने सोमवार को नया प्रस्ताव पेश किया.
पार्टी ने अपने लिए अब 135 की बजाए 130 सीटों की मांग रखी है.मगर शिवसेना किसी भी कीमत पर 126 से ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं है।.
ऐसे में महज चार सीटों के लिए भाजपा-शिवसेना का गठबंधन टूटने के कगार पर पहुंच गया है.
इस बीच सोमवार को चर्चा थी कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की.उन्होंने सीटों का मसला सुलझाते हुए गठबंधन बचाने की अपील की। मगर मातोश्री के सूत्रों ने इसकी पुष्टि नहीं की है.
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति से मिले अधिकार के बाद पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने उद्धव ठाकरे से बात कर उन 59 सीटों पर चर्चा की जो शिवसेना लगातार 25 साल से हार रही है.
सूत्रों के अनुसार भाजपा ने इनमें से अपने लिए वे 11 सीटें मांगी हैं, जहां शिवसेना 20 हजार से ज्यादा वोट कभी हासिल नहीं कर सकी है.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मिशन-150 प्लस से दो स्थितियों में ही समझौता करने की बात कही है. पहली यह कि गठबंधन शिवसेना का मुख्यमंत्री स्वीकार करे और दूसरा शिवसेना कम से कम आधी सीटें 144 तो लड़ेगी ही.
बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूडी ने इशारों में कहा कि सीटें तो बहाना है असली लड़ाई ज्यादा सीटें जीतकर मुख्यमंत्री पद पाना है.
लेकिन शिवसेना का कहना है कि उसे 150 सीटों से कम पर समझौता मंजूर नहीं है. शिवसेना की मांग यह भी है कि राज्य का अगला सीएम भी उनकी पार्टी का होना चाहिए.
सीट बंटवारे पर महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे से की बात और कहा शिवसेना को फैसला लेना है. महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष ने सीट बंटवारे के बढ़ते विवाद के बीच कहा है कि दोस्तों के लिए कोई डेडलाइन नहीं है.
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि पार्टी अपनी मांगो पर कायम है और इसमें कोई बदलाव नहीं होगा.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं और बीते चुनाव में बीजेपी 119 और शिवसेना 169 सीटों पर लड़ी थी, लेकिन लोकसभा में जीत के बाद बीजेपी और ज्यादा सीटों की मांग कर रही है.
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