Anantnag Rajouri Election: वोटिंग के बीच धरने पर बैठीं महबूबा मुफ्ती, लगाया ये आरोप
जम्मू कश्मीर की आखिरी लोकसभा और हॉटसीट अनंतनाग-राजोरी सीट पर मतदान जारी है। 18.36 लाख से अधिक मतदाता 20 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
![]() महबूबा मुफ्ती (फाइल फोटो) |
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती शनिवार को धरने पर बैठ गईं।
महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि शनिवार को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान से पहले उनकी पार्टी के मतदान एजेंटों और कार्यकर्ताओं को पुलिस थानों में उपस्थित होने के लिए कहा जा रहा है।
अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की उम्मीदवार महबूबा मुफ्ती ने बिजबेहरा इलाके में श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे को जाम कर दिया और हाईवे पर ही धरने पर बैठ गईं।
महबूबा मुफ्ती ने दावा किया कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं और कुछ मतदान एजेंटों को वोटिंग प्रक्रिया में हिस्सा लेने से रोकने के लिए गिरफ्तार किया गया है।
कुछ अधिकारी महबूबा मुफ्ती को धरना खत्म करने के लिए मनाने आए। तो उन्होंने उनसे पूछा, "मेरी पार्टी के कार्यकर्ताओं और मतदान एजेंटों को क्यों गिरफ्तार किया गया? क्या वोटिंग प्रक्रिया में भागीदारी ही सरकार का लक्ष्य है?"
उन्होंने कहा, "मैं सुबह से कोई कॉल नहीं कर पाई हूं। अनंतनाग लोकसभा क्षेत्र में वोटिंग के दिन सर्विस को अचानक निलंबन करने का कोई स्पष्टीकरण नहीं है।"
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "पीडीपी के मतदान एजेंटों और कार्यकर्ताओं को स्थानीय पुलिस थाने पेश होने के लिए कहा जा रहा है। दक्षिण कश्मीर के लोगों को लोकतंत्र में विश्वास दिखाने के लिए दंडित क्यों किया जा रहा है? "
मुफ्ती अनंतनाग-राजौरी सीट से चुनाव लड़ रही हैं जहां शनिवार को मतदान होना है।
इस बीच पीडीपी ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए निर्वाचन आयोग से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त को लिखे पत्र में पार्टी ने कहा कि वह चुनाव की अखंडता को खतरे में डालने वाले एक गंभीर मामले की ओर आयोग का तत्काल ध्यान देने की मांग करती है।
पार्टी पत्र में कहा, "यह हमारे संज्ञान में आया है कि अनंतनाग, शोपियां और कुलगाम में पुलिस ने जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के हमारे मतदान 'एजेंट' के खिलाफ आतंक का अभियान शुरू किया है। आज शाम से कई मतदान एजेंट को या तो उनके आवासों से जबरन उठा लिया गया है या पुलिस थाने में बुलाया गया है जहां उन्हें अवैध तौर पर बंधक बना कर रखा जा रहा है।"
पीडीपी ने आरोप लगाया, "पीडीपी के मतदान 'एजेंट' को इस तरह व्यवस्थित तरीके से निशाना बनाने से पता चलता है कि राज्य प्रशासन लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने और हमारी हार सुनिश्चित करने के लिए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रतिनिधि के रूप में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के इशारे पर कार्य कर रहा है।"
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