लोकसभा में सोमवार को भी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और कथित चुनाव धांधली के मुद्दे पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण प्रश्नकाल नहीं चल सका और कार्यवाही शुरू होने के करीब 14 मिनट बाद दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई।

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सदन में मानसून सत्र की शुरुआत से ही कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सदस्य बिहार में एसआईआर के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे हैं।
सरकार यह स्पष्ट कर चुकी है कि सदन में कामकाज के नियमों और परिपाटियों के तहत निर्वाचन आयोग के कार्यक्षेत्र से संबंधित विषय पर लोकसभा में चर्चा नहीं हो सकती। विपक्ष ने जोर दिया है कि सरकार को चुनाव में धांधली के व्यापक मुद्दे पर चर्चा करानी चाहिए क्योंकि इस विषय पर पहले भी संसद में चर्चा हुई है।
सोमवार को कार्यवाही शुरू होते ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया, वहीं विपक्षी सांसद हंगामा करते हुए आसन के समीप आ गए।
शोर-शराबे के बीच ही पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कुछ पूरक प्रश्नों के उत्तर दिए।
बिरला ने प्रदर्शन कर रहे सदस्यों से नाराजगी जताते हुए कहा, ‘‘आपको नारेबाजी करना है, तख्तियां दिखाना है और प्रदर्शन करना है तो संसद परिसर के बाहर कीजिए। संसद महत्वपूर्ण चर्चा और विधेयक पारित करने के लिए है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘देश की जनता यह सब देख रही है। सदन की कार्रवाई चलने दें। मैं सभी सदस्यों को हर विषय पर बोलने का पर्याप्त अवसर दूंगा।’’
शोर-शराबा नहीं थमने पर उन्होंने 12 बजकर 14 मिनट पर कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी।
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