संसद के मानसून सत्र की शुरुआत सोमवार को हुई थी और निचले सदन में आज लगातार पांचवें दिन प्रश्नकाल नहीं चल सका।

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विपक्षी दलों के सांसदों ने बिहार में जारी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के मुद्दे पर शुक्रवार को लोकसभा में हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही आरंभ होने के पांच मिनट बाद ही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी गई।
सदन की बैठक प्रारंभ होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस की वर्षगांठ का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, ‘‘कारगिल युद्ध में हमारी सेना ने कठिन भौगोलिक बाधाओं और प्रतिकूल मौसम का सामना करते हुए राष्ट्रीय संप्रभुता और अखंडता की रक्षा में अपनी असाधारण वीरता, अदम्य साहस, शौर्य और संकल्प का परिचय दिया और विजय प्राप्त की।’’
बिरला ने कहा, ‘‘इस अवसर पर हम अपने वीर सैनिकों को नमन करते हैं और श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होंने अपने राष्ट्र की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। हम उनके परिवारों के प्रति भी कृतज्ञता प्रकट करते हैं।’’
इसके बाद सभा ने कुछ पल का मौन रखकर कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद जैसे ही अध्यक्ष ने प्रश्नकाल शुरू कराया, विपक्षी दलों के सदस्य ‘एसआईआर वापस लो’ के नारे लगाने लगे।
बिरला ने हंगामा कर रहे सदस्यों के तख्तियां दिखाने और नारेबाजी करने पर निराशा जताते हुए कहा, ‘‘मैं पिछले कुछ दिन से देख रहा हूं कि सदन को नियोजित तरीके से बाधित किया जा रहा है। असहमति जताने का यह तरीका सही नहीं है।’’
उन्होंने सदस्यों से प्रश्नकाल चलने देने का आग्रह करते हुए कहा कि यह सदस्यों का समय होता है जिसमें वे प्रश्न पूछते हैं और सरकार की जवाबदेही तय करते हैं।
बिरला ने कहा कि विपक्ष के सदस्य जिस भी मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं, सरकार से बात करके उसका निर्णय लिया जा सकता है, लेकिन उन्हें गतिरोध समाप्त करना चाहिए।
इस बीच उन्होंने विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह को पूरक प्रश्न का उत्तर देने को कहा, लेकिन हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही 11 बजकर 05 मिनट पर दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
संसद के मानसून सत्र की शुरुआत सोमवार को हुई थी और निचले सदन में आज लगातार पांचवें दिन प्रश्नकाल नहीं चल सका।
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