जम्मू में आतंकी का समर्थन; पत्थरबाजी की तो जाएगी नौकरी, जब्त होगी संपत्ति
सावधान! किसी ने पत्थरबाज़ी की तो सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। आतंकी के हमदर्द बने तो नौकरी से तो बर्खास्त होंगे ही साथ में संपत्ति से भी हाथ धोना पड़ेगा। जी हाँ, चार दिन में चार आतंकी हमले के बाद गृह मंत्रालय का पारा चढ़ गया है और थोड़ी भी रियायत व हमदर्दी के मूड में नहीं है।
![]() अब जम्मू में भी जाएगी नौकरी, जब्त होगी संपत्ति |
दूसरी तरफ़ वैष्णव माता के दशर्न यात्रा में जहां गई जान वही अमरनाथ यात्रा में अभेद्य सुरक्षा का होगा इंतज़ाम । गृह मंत्रालय में हुई इस बाबत संवेदनशील बैठक में इस बात पर मुहर लग गई।
जम्मू कश्मीर में हमले की घटना के बाद केंद्र सरकार तेवर कड़े हो गए है और आतंकवादियों के मददगारों के खिलाफ सख्ती के मूड में आ गई है।
जल्द ही आतंकियों के सहयोगियों पर नकेल कसने के लिए जल्द ही फुल प्रूफ प्लान को जमीन पर उतारा जाएगा।कश्मीर की तर्ज पर अब जम्मू में भी पत्थर बाज और आतंकवादियों के समर्थकों की संपत्ति जब्त की जाएगी और नौकरी से बर्ख़ास्तगी होने के साथ परिवार वालों को नौकरी नहीं मिलेगी।
अमरनाथ यात्रा के लिए 500 से ज्यादा कंपनियां तैनात होंगी: सुरक्षा और रक्षा एजेंसी की बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए। साथ ही संभावित अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी किसी बड़ी साजिश को अंजाम देना चाहती है।
गृह मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि बैठक के दौरान अमरनाथ यात्रा पर होने वाले संभावित खतरे के संबंध में भी समीक्षा की गई और उसके बाद निर्देश दिए गए कि अमरनाथ यात्रा को लेकर वहां 500 से ज्यादा अर्ध सैनिक बलों की कंपनियां सुरक्षा में तैनात की जाएंगी।
इनमें सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ़ समेत सभी अर्धसैनिक सुरक्षा बल शामिल होंगे।बैठक में कहा गया कि पंजाब में मौजूद कंपनियों को अब वापस जम्मू भेज दिया जाए। इन कंपनियों को पंजाब में चुनाव के दौरान तैनात किया गया था।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अब जम्मू में भी कश्मीर की तर्ज पर आतंकवादियों के समर्थकों और ओवर ग्राउंड वर्कर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
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