Chandrayaan 3: चांद की धरती पर अपनी छाप छोड़ रहा भारत का चंद्रमा रोवर

Last Updated 24 Aug 2023 09:12:11 AM IST

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत का चंद्रमा रोवर अब चांद पर घूम रहा है और मिट्टी पर अपनी छाप छोड़ रहा है।


“गुरुवार को रात लगभग 12.30 बजे रोवर लैंडर से चंद्रमा की सतह पर आकर चारों ओर घूम रहा है। विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) के निदेशक डॉ. एस. उन्नीकृष्णन नायर ने बताया, यह चंद्रमा की सतह पर अपनी छाप छोड़ रहा है।"

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का लोगो और राष्ट्रीय प्रतीक को रोवर के पहियों पर उकेरा गया है, ताकि जब यह चारों ओर घूमे तो अपनी छाप छोड़ सके।

उन्नीकृष्णन के अनुसार, रोवर के सौर पैनल और लैंडर के सौर पैनल खोल दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि रोवर चंद्रमा के नमूने एकत्र करेगा और प्रयोग करेगा और डेटा लैंडर को भेजेगा।

भारत का चंद्रमा लैंडर, जो बुधवार शाम को चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित रूप से उतरा, वह इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी), बेंगलुरु में मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स को संदेश भेजेगा।

यह पूछे जाने पर कि क्या लैंडर योजना के अनुसार उतरा है या इसमें कोई भिन्नता है, उन्नीकृष्णन ने कहा कि मौजूदा उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, सब कुछ योजना के अनुसार हुआ है।

उन्नीकृष्णन ने कहा, "हमें आगे जानने के लिए उड़ान के बाद का आकलन करना होगा।"

गौरतलब है कि मून लैंडर और रोवर 600 करोड़ रुपये के चंद्रयान-3 मिशन का हिस्सा हैं।

चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान में एक प्रणोदन मॉड्यूल (वजन 2,148 किलोग्राम), एक लैंडर (1,723.89 किलोग्राम) और एक रोवर (26 किलोग्राम) शामिल है।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, चंद्रमा रोवर में लैंडिंग स्थल के आसपास मौलिक संरचना प्राप्त करने के लिए अल्फा पार्टिकल एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर (एपीएक्सएस) और लेजर प्रेरित ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप (एलआईबीएस) है।

अपनी ओर से, लैंडर भी अपने पेलोड के साथ उसे सौंपे गए कार्यों को पूरा करेगा।

इसरो ने कहा कि लैंडर और रोवर का मिशन जीवन 1 चंद्र दिवस या 14 पृथ्वी दिवस है।
 

आईएएनएस
चेन्नई


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment