राज्यसभा से निलंबन के बाद राघव चड्ढा ने जारी किया वीडियो, सरकार पर लगाए आरोप
मानसून सत्र के आखिरी दिन शुक्रवार को राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने आप सांसद राघव चड्ढा को निलंबित कर दिया। इस मामले को लेकर राघव चड्ढा ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है।
![]() आप सांसद राघव चड्ढा |
चड्ढा के निलंबन की घोषणा करते हुए धनखड़ ने कहा, "उनके दुर्व्यवहार, नियमों के उल्लंघन, परिभाषित रवैये और अनुचित आचरण की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए, मुझे लगता है कि नियम 256 के साथ नियम 266 को लागू करने की जरूरत है और राघव चड्ढा को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट मिलने तक सभा की सेवा से निलंबित किया जाना चाहिये।"
राघव चड्ढा पर पांच सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर करने का आरोप है।
राज्यसभा से सस्पेंड होने के बाद राघव चड्ढा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर अपना एक वीडियो जारी किया है। इस विडियो में उन्होंने खुद को 'सस्पेंडेड राज्यसभा सांसद' कहते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है।
राघव चड्ढा ने वीडियो मैसेज में कहा, 'मैं सस्पेंडेड राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा। मुझे राज्यसभा से आज सस्पेंड कर दिया गया। मुझे क्यों सस्पेंड किया गया, मेरा क्या अपराध है? क्या मेरा ये अपराध है कि मैंने संसद में खड़े होकर, दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के नेताओं से सवाल पूछे? क्या मेरा ये अपराध है कि मैंने दिल्ली सेवा बिल पर दिल्ली की जनता के हित में भाजपा के बड़े नेताओं से न्याय की मांग की? मैंने उन्हें, उन्हीं के पुराने घोषणा पत्र की याद दिलाई और उनसे आडवाणीवादी और बाजपेईवादी भाजपा बनने की बात कही, क्या ये मेरा अपराध है?'
राघव चड्ढा ने आगे सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, 'ये लोग बहुत शक्तिशाली लोग हैं, ये किसी भी हद तक जा सकते हैं। मुझे एक हफ्ते के भीतर विशेषाधिकारी समिति के दो नोटिस आ चुके हैं और शायद ये भी अपने आप में एक रिकॉर्ड होगा। सदन के अंदर विपक्ष को बोलने नहीं दिया जाता, नेता विपक्ष का माइक बंद कर दिया जाता है। इसी मानसून सत्र में आम आदमी पार्टी के तीन सांसदों- संजय सिंह, सुशील कुमार रिंकू और मुझे सस्पेंड कर दिया गया। भारत के इतिहास में शायद ये पहली बार देखा गया है कि लोकसभा में विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के नेता सदन को सस्पेंड कर दिया गया।'
राघव चड्ढा ने आगे कहा, 'भाजपा के लोग चाहते हैं कि कोई भी इनसे सवाल ना पूछे, कोई भी अपनी आवाज ना उठाए, हर शख्स को सस्पेंड कर दो। मैं विशेषाधिकार समिति के सामने अपना पक्ष रखूंगा और न्याय की मांग करूंगा। भाजपा के लोग जिस तरह से राहुल गांधी की सदस्यता ले सकते हैं, कल को ये आम आदमी पार्टी के किसी भी सांसद की सदस्यता रद्द कर सकते हैं। ये जो चाहे कर सकते हैं। जो आरोप मेरे ऊपर लगाया गया है, वो तो अपराध की श्रेणी में आता ही नहीं।' 'मैं आखिर तक अपनी लड़ाई लड़ूंगा'
राघव चड्ढा ने कहा, 'भाजपा के लोग आरोप लगा रहे हैं कि मैंने कुछ सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर किए और सदन में जमा कराए। जबकि, सत्य यह है कि किसी भी सांसद को एक समिति में नाम प्रस्तावित करने की छूट होती है। इसका मतलब है कि मैं किसी सेलेक्ट कमेटी के लिए कुछ सांसदों का नाम प्रस्तावित कर सकता हं। इसमें किसी सांसद की लिखित सहमति या हस्ताक्षर की जरूरत नहीं पड़ती। अगर, किसी सांसद को आपत्ति है, तो वो अपना नाम वापस ले सकता है। कहीं पर भी मैंने किसी सांसद के हस्ताक्षर नहीं दिए हैं। लेकिन, भाजपा को मौका मिल गया मेरे ऊपर कीचड़ उछालने का, मैं आखिर तक अपनी लड़ाई लड़ूंगा।'
Main SUSPENDED Rajya Sabha saansad…
— Raghav Chadha (@raghav_chadha) August 11, 2023
मैं निलंबित राज्य सभा सांसद… pic.twitter.com/oVrKNvWnKg
राघव चड्ढा को फर्जी सिग्नेचर मामले में राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया हैं। राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया जाना है।
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