जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर में 34 साल बाद निकाला गया मुहर्रम का जुलूस, बड़ी संख्या में शिया मुस्लिमों ने लिया हिस्सा
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर शहर में गुरुवार को आठवें मुहर्रम के जुलूस में बड़ी संख्या में शिया मुस्लिमों ने हिस्सा लिया।
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श्रीनगर में मुहर्रम का जुलूस अपने ऐतिहासिक मार्ग से निकाला गया। प्रशासन की ओर से आज सुबह 6 बजे से 8 बजे तक जुलूस की इजाजत दी गई थी।
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में बड़ी संख्या में शिया मुस्लिमों ने हिस्सा लिया। प्रशासन ने 34 साल बाद जुलूस की अनुमति दी थी।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बुधवार को तीन दशक बाद श्रीनगर में गुरु बाजार से डलगेट तक पारंपरिक मार्ग पर आठवीं मुहर्रम जुलूस की अनुमति देकर शिया समुदाय की मांग पूरी की।
#WATCH जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर में मुहर्रम का जुलूस अपने ऐतिहासिक मार्ग से निकाला गया। प्रशासन की ओर से आज सुबह 6 बजे से 8 बजे तक जुलूस की इजाजत दी गई थी। pic.twitter.com/5xly0RGCHX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 27, 2023
बुधवार को कश्मीर के संभागीय आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी ने कहा, "शिया भाइयों की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन ने कल (गुरुवार) जुलूस की अनुमति देने का फैसला किया।"
उन्होंने कहा, ''मैं शिया भाइयों और कश्मीरी जनता को बधाई देता हूं जो अपने स्नेह के लिए जाने जाते हैं।'' उन्होंने कहा कि यह वर्तमान शांतिपूर्ण माहौल में उनके योगदान के कारण है, जिसने प्रशासन के लिए यह ऐतिहासिक निर्णय लेना सुविधाजनक बना दिया है।
प्रशासन को सभी समूहों के शिया मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों और गुरुबाजार की स्थानीय समिति के साथ कई दौर की बातचीत के बाद सभी हितधारकों से आश्वासन मिला है कि पवित्र धार्मिक आयोजन शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित और संपन्न होगा।
प्रशासन ने कहा, सभी सुरक्षा व्यवस्थाएं की जाएंगी और आम जनता, विशेष रूप से शिया समुदाय के सदस्यों को सूचित किया जाता है कि किसी को भी गुरु बाजार से निकाले जाने वाले जुलूस को छोड़कर अन्य मार्ग पर व्यक्तिगत या सामूहिक रूप से कोई जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
कहा गया है कि आदेशों का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति से कानून के अनुसार बहुत सख्ती से निपटा जाएगा।
गुरुवार को कार्य दिवस को ध्यान में रखते हुए और आम लोगों को परेशानी से बचाने के लिए जुलूस का समय सुबह 6 बजे से 8 बजे तक होगा।
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