भारत और अमेरिका के बीच व्यापार और गैर-व्यापार दोनों मुद्दों पर विभिन्न स्तरों पर बातचीत हो रही है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

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वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल व्यापार वार्ता के लिए एक प्रतिनिधिमंडल के साथ अमेरिका यात्रा पर हैं। प्रतिनिधिमंडल में विशेष सचिव एवं भारत के मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
अधिकारी ने कहा, ‘‘ विभिन्न स्तरों पर बातचीत हो रही है।’’
उन्होंने बताया कि मंत्री के नेतृत्व दल के इस सप्ताह के अंत में अमेरिका से लौटने की उम्मीद है।
भारत में अमेरिकी मुख्य वार्ताकार ब्रेंडन लिंच और अग्रवाल के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर हाल ही में संपन्न हुई एक दिवसीय चर्चा की पृष्ठभूमि में यह यात्रा हो रही है।
वाणिज्य मंत्रालय ने 16 सितंबर को कहा था कि द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर अमेरिकी दल के साथ दिनभर चली चर्चा सकारात्मक रही और दोनों पक्ष समझौते को शीघ्र एवं पारस्परिक रूप से लाभकारी बनाने के लिए प्रयास करने पर सहमत हुए।
अमेरिकी बाजार में प्रवेश करने वाले भारतीय सामान पर 25 प्रतिशत शुल्क और अतिरिक्त 25 प्रतिशत जुर्माना लगने के बाद अमेरिकी अधिकारियों की भारत की यह पहली यात्रा थी।
इस वर्ष फरवरी में दोनों देशों के नेताओं ने अधिकारियों को प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर बातचीत करने का निर्देश दिया था।
समझौते के पहले चरण को 2025 की शरद ऋतु (अक्टूबर-नवंबर) तक पूरा करने की योजना थी। अब तक पांच दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं। इस समझौते का उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार को वर्तमान के 191 अरब अमेरिकी डॉलर से दोगुना से भी अधिक बढ़ाकर 2030 तक 500 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाना है।
गोयल ने व्यापार वार्ता के लिए मई की शुरुआत में भी वाशिंगटन की यात्रा की थी। उन्होंने वाशिंगटन में अमेरिकी वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक के साथ विचार-विमर्श किया।
वित्त वर्ष 2024-25 में अमेरिका लगातार चौथे वर्ष भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना रहा जिसका द्विपक्षीय व्यापार 131.84 अरब अमेरिकी डॉलर (86.5 अरब अमेरिकी डॉलर का निर्यात) रहा।
भारत के कुल वस्तु निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी लगभग 18 प्रतिशत, आयात में 6.22 प्रतिशत और देश के कुल वस्तु व्यापार में 10.73 प्रतिशत है।
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