चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण से पहले तिरुपति मंदिर पहुंची इसरो वैज्ञानिकों की टीम, कल होगी लॉन्चिंग
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने चंद्रमा पर भारत के तीसरे मिशन से पहले गुरुवार को इसकी सफलता के लिए तिरूपति के वेंकटचलपति मंदिर में पूजा-अर्चना की।
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इसरो वैज्ञानिकों की एक टीम ने चंद्रयान-3 के लघु मॉडल के साथ पूजा की। बता दें यह मिशन शुक्रवार को दोपहर 2:35 बजे लॉन्च किया जाएगा।
गौरतलब है कि हर बड़े मिशन से पहले इसरो वैज्ञानिक उसकी सफलता के लिए तिरुपति मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं।
इसरो वैज्ञानिकों की एक टीम चंद्रयान-3 के लघु मॉडल के साथ पूजा-अर्चना करने के लिए तिरुपति वेंकटचलपति मंदिर पहुंची। चंद्रयान-3 को कल(14 जुलाई) भारतीय समयानुसार दोपहर 2:35 बजे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा
#WATCH आंध्र प्रदेश: इसरो वैज्ञानिकों की एक टीम चंद्रयान-3 के लघु मॉडल के साथ पूजा-अर्चना करने के लिए तिरुपति वेंकटचलपति मंदिर पहुंची।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 13, 2023
चंद्रयान-3 को कल(14 जुलाई) भारतीय समयानुसार दोपहर 2:35 बजे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा, इसरो ने घोषणा की थी। pic.twitter.com/5Pu1hYnxlK
चंद्रयान-3 का लक्ष्य चंद्रमा की सतह पर धीरे से उतरना और रोवर के साथ इसका पता लगाना है।
एक सफल सॉफ्ट लैंडिंग भारत को अमेरिका, रूस और चीन के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला चौथा देश बना देगी।
इज़राइल और भारत के मिशन 2019 में दुर्घटनाग्रस्त हो गए, जबकि जापान से लैंडर-रोवर और संयुक्त अरब अमीरात से रोवर ले जाने वाला अंतरिक्ष यान 2022 में विफल हो गया।
इसरो वैज्ञानिकों ने कई परीक्षणों के बाद लैंडर के डिजाइन में सुधार किया है।
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