ईद-उल-फितर के चांद का हुआ दीदार, आज मनायी जा रही है ईद

Last Updated 22 Apr 2023 06:32:34 AM IST

राजधानी समेत देश के कई हिस्सों में शुक्रवार शाम ईद-उल-फितर के चांद के दीदार हो गए और आज (शनिवार) को यह त्यौहार मनाया जा रहा है।


ईद मनाते बच्चे (प्रतिकात्मक चित्र)

इस बाबत विभिन्न उलेमा (धर्म गुरुओं) ने ऐलान कर दिया।

ईद के चांद के दीदार के बाद शुक्रवार को रमज़ान का पवित्र महीना (holy month of ramadan) खत्म हो गया। वहीं, जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी (Shahi Imam of Jama Masjid Syed Ahmed Bukhari) ने बयान में ऐलान किया, 21 अप्रैल जुमे (शुक्रवार) के रोज़ माहे शव्वाल का चांद नज़र आ गया है। लिहाज़ ईद का त्यौहार शनिवार को मनाया जाएगा।

फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद (Shahi Imam of Fatehpuri Masjid Mufti Mukarram Ahmed) के अनुसार शुक्रवार शाम दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा के कई शहरों, बिहार, राजस्थान और असम समेत कई स्थानों पर ईद का चांद सामान्य तौर पर सबने देखा है।

उन्होंने कहा लिहाज़ा शव्वाल (इस्लामी कलेंडर के 10वें) महीने का पहला दिन शनिवार को है। शव्वाल महीने के पहले दिन ईद का त्यौहार मनाया जाता है।

मुसलमानों का त्योहार ईद मूल रूप से भाईचारे को बढ़ावा देने वाला त्योहार है। आज के दिन को सभी आपस में मिल के मनाते हैं और खुदा से सुख-शांति और बरक्कत के लिए दुआएं मांगते हैं। ईद के दिन अच्छा खाना खाते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, परिवार और दोस्तों को तोहफे देते हैं।

जानिए क्यों मनाते हैं ईद

मक्का से मोहम्मद पैगंबर के प्रवास के बाद पवित्र शहर मदीना में ईद-उल-फितर का उत्सव शुरू हुआ. माना जाता है कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र की लड़ाई में जीत हासिल की थी। इस जीत की खुशी में उन्होंने सबका मुंह मीठा करवाया गया था। इसी दिन को मीठी ईदी या ईद-उल-फितर के रूप में मनाया जाता है।

जानिए क्यौं देखा है चांद

क्या आपने कभी सोचा है कि चांद देखकर ही ईद क्यों मनाई जाती है? दरअसल उर्दू कैलेंडर हिजरी संवत चांद पर आधारित है। हिजरी संवत का कोई भी महीना नया चांद देखकर ही शुरू होता है। इसी तरह रमजान का नौंवा महीना खत्म होने पर शव्वाल के पहले दिन के चांद को देखकर ही ईद मनाई जाती है

कैसे मनाते हैं ईद

ईद अल-फ़ितर में दो से तीन दिनों के उत्सव होते हैं जिनमें विशेष सुबह की प्रार्थना शामिल होती है। लोग एक दूसरे को "ईद मुबारक", जिसका अर्थ है "धन्य ईद" और औपचारिक गले लगाकर बधाई देते हैं। घरों में मीठे व्यंजन बनाए जाते हैं और बच्चों और जरूरतमंदों को उपहार दिए जाते हैं।

 

सुरेन्द्र देशवाल
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment