Atiq के हत्यारों के पास कहां से आई Zigana Pistol, पाक से कनेक्शन
यूपी के प्रयागराज (Prayagraj) में माफिया डॉन अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और अशरफ की हत्या में की गयी तुर्की से आई जिगाना पिस्तौल (Zigana Pistol) आखिर कैसे इन हत्यारों को मिली। यह सबको हैरान करने वाली बात है।
![]() अतीक-अशरफ हत्याकांड |
बता दें कि अतीक अहमद की हत्या में जिस जिगाना पिस्तौल (Zigana Pistol) का प्रयोग हुआ था और वह पिस्टल तुर्की में बनती है।
तुर्की में एक कंपनी की तरफ से सन 2001 से ही इस पिस्तौल को बनाया जा रहा है।
यह पिस्टल इतनी खतरनाक है कि एक पिस्तौल से एक बार में 15 से 17 राउंड फायरिंग की जा सकती है। जबकि जिगाना पिस्टल भारत में प्रतिबंध है। जिगाना पिस्तौल की कीमत 6 से 7 लाख के बीच बताई जा रही है।
तीनों हत्यारों के पास जिगाना पिस्तौल (Zigana Pistol) थी, जिससे उन्होंने अतीक-अशरफ की हत्या सरेआम की थी।
अतीक की हत्या में प्रयोग हुए इस हथियार का पाकिस्तान से भी खासा कनेक्शन माना जा रहा है।
क्या है जिगाना पिस्तौल का कनेक्शन पाकिस्तान (Pakistan) से
भारत (India) में जिगाना पिस्तौल पर प्रतिबंध है लेकिन रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि इसे पाकिस्तान के रास्ते लाया जाता है। टर्किश डिफेंस डेली के मुताबिक पिस्तौल को पाकिस्तान में लोकल वर्क शॉप में बनाया जाता है और जिगाना के मॉडल्स को गैरकानूनी तरीके से बेचा जाता रहा है। इन्हें बिल्कुल ऐसे तैयार किया जा रहा है कि ये बिल्कुल असली लगे। पिस्टल बनाने के बाद फिर ये कम दामों में बेचा जाता है।
बता दें कि पाकिस्तान में एक बड़ा गन मार्केट है और इन्हीं जगहों पर इनका उत्पादन भी होता है। पाकिस्तान का दर्रा आदम खेल (Darra Adam Khel) जिसे गन वैली (Gun Vally) भी कहा जाता है, उसकी आबादी लगभग 80,000 के करीब है।
यहां पर 2000 घर ऐसे हैं जहां पर हथियारों का निर्माण किया जाता है।
यहां हर हथियार बीस हजार से चालीस हजार की कीमत पर बिकता है जिसमें ऑटोमैटिक और सेमीऑटोमैटिक, 9एमएम और बेराट्टा भी शामिल है। यहां तक कि एंटी-एयरक्राफ्ट गन भी इस बाजार में बिकती है।
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