Rajya Sabha: भारी हंगामे के बीच राज्यसभा में पीएम मोदी बोले- जितना कीचड़ उछालोगे, उतना कमल खिलेगा
राज्यसभा में गुरुवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि वह जितना भाजपा को निशाना बनाएगी, कमल उतना ही खिलेगा।
![]() |
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अदाणी समूह (Adani Group) से जुड़े मामलों पर विपक्षी दलों के आरोपों के बीच गुरुवार को कहा कि उनके ऊपर जितना कीचड़ उछाला जाएगा, कमल उतना ही खिलेगा।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने यह बात कही। ‘‘कमल’’ केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का चुनाव चिह्न है।
प्रधानमंत्री ने जैसे ही जवाब देना आरंभ किया वैसे ही कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्य आसन के निकट आ गए और नारेबाजी करने लगे। सदस्यों की नारेबाजी के बीच मोदी ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतने महत्वपूर्ण सदन में कुछ लोगों का व्यवहार, कुछ लोगों की वाणी ना सिर्फ सदन को बल्कि देश को निराश करने वाली रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस प्रकार की प्रवृत्ति के सदस्यों को मैं यही कहूंगा… ‘कीचड़ उसके पास था, मेरे पास गुलाल । जो भी जिसके पास था, उसने दिया उछाल।’… अच्छा ही है। जितना कीचड़ उछालोगे, कमल उतना ही ज्यादा खिलेगा।’’
मोदी ने विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए कहा कि इसलिए कमल खिलाने में उनका भी प्रत्यक्ष व परोक्ष योगदान है। उन्होंने कहा, ‘‘इसके लिए मैं उनका भी आभार व्यक्त करता हूं।’’ प्रधानमंत्री ने विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने अपने भाषण के दौरान कहा कि कांग्रेस ने साठ सालों में देश में मजबूत बुनियाद रखी और मोदी उसका श्रेय ले रहे हैं।
मोदी ने कहा कि जब 2014 में वह देश के प्रधानमंत्री बने तो उन्हें नजर आया कि 60 साल में ‘‘कांग्रेस के परिवार’’ ने गड्ढे ही गड्ढे कर दिए हैं।
उन्होंने कहा कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे जी ने राज्यसभा में कहा था कि 60 वर्षों में कांग्रेस ने मजबूत बुनियाद बनाई। हो सकता है उनका इरादा मजबूत बुनियाद बनाने का रहा होगा, लेकिन 2014 में आकर हमने देखा कि कांग्रेस ने तो बीते 60 सालों में गड्ढे ही गड्ढे बनाए थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों का हाल यह रहा कि किसी भी चुनौती का स्थाई हल या समस्याओं का समाधान करना उनके व्यवहार में नहीं था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की पहचान जो बनी है वह हमारी सरकार के पुरुषार्थ के कारण बनी हैं। हम समस्याओं के स्थाई हल की दिशा में आगे बढ़ते रहे हैं। समस्याओं के स्थाई हल को महत्व देते हुए हम आगे बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने समस्याओं के टोकन समाधान का जिक्र करते हुए कहा कि पहले गुजरात में पेयजल की विकट समस्या थी, और ऐसी समस्याओं के बीच राज्य के मुख्यमंत्री पानी की टंकी का उद्घाटन करने जाते थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि लेकिन हमने इस समस्या के स्थाई समाधान का रास्ता निकाला।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कल कांग्रेस के मलिकार्जुन खरगे कह रहे थे कि मैं कर्नाटक स्थित उनके क्षेत्र में बार-बार जाता हूं। प्रधानमंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि कर्नाटक में 1करोड़ 70 लाख जन धन बैंक अकाउंट खोले गए हैं। स्वयं मलिकार्जुन खरगे के क्षेत्र में 8 लाख से अधिक जनधन खाते खोले गए हैं। उन्होंने कहा कि एक और जहां हमने खाते खोले हैं वहीं जनता ने खरगे जी का खाता बंद कर दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अपने आप को खपाएंगे, दिन रात मेहनत करेंगे लेकिन देश की जनता जनार्दन की एसप्रेशन को निराश नहीं होने देंगे। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आपके राज में एलपीजी के लिए कितनी दिक्कत होती थी, लोग सांसदों के पास एलपीजी कनेक्शन की सिफारिश लगाने आते थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने इस समस्या को खत्म किया, हमने 25 करोड़ से ज्यादा परिवारों के पास गैस कनेक्शन पहुंचाए हैं। प्रधानमंत्री ने सदन में कहा कि हम मक्खन पर नहीं पत्थर पर लकीर करने वाले लोग हैं।
पीएम मोदी: देश हमारे साथ, कांग्रेस को देश बार-बार नकार रहा है
प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में बोलते हुए कहा कि पहले की सरकारों के राज में कुछ घंटे ही बिजली आती थी। गांव में बीच में एक खंभा डाल दिया, लेकिन आज स्थिति बदली है। आज हम अपने गांवों में दिन में 22 घंटे बिजली दे रहे हैं। हमने खुद के लिए दबाव बढ़ाया और लोगों की मांग बढ़ने लगी। हमने खुद के लिए मेहनत वाला रास्ता चुना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने आजादी के अमृत काल में एक बहुत बड़ा हिम्मत बड़ा फैसला लिया। हमने यह सुनिश्चित करना शुरू किया कि हर योजना के शत प्रतिशत लाभार्थियों को योजना का पूरा लाभ
पहुंचे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह फैसला मेरा, तेरा सारे भेदों को मिटाने वाला रास्ता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह पंक्ति में खड़े हुए सबसे कमजोर व आखिरी व्यक्ति, जिसकी महात्मा गांधी बात करते थे उसके अधिकारों की रक्षा करता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यही सामाजिक न्याय की असली गारंटी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यही सच्चा सेकुलरिज्म है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश हमारे साथ है, कांग्रेस को बार-बार देश नकार रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा हमारे देश की आजादी में 1857 से लेकर कोई भी समय ले लीजिए हमारे देश की आजादी की लड़ाई में हमारे देश के आदिवासियों का बलिदान स्वर्णिम रूप से भरा पड़ा है। लेकिन दशकों तक हमारे आदिवासी भाई विकास से वंचित रहे। ऐसे में इन नौजवानों के मन में बार-बार सरकारों के लिए सवाल उठते चले गए। यदि सही नियत, नेक नियत से काम किया जाता है तो ऐसा नहीं होता। अटल बिहारी वाजपाई की सरकार में पहली बार आदिवासियों के कल्याण के लिए अलग से मंत्रालय बना। प्रधानमंत्री ने कहा आज पीछे रह गए क्षेत्रों के विकास के लिए हमने 110 आकांक्षी जिलों की पहचान की। यह वह क्षेत्र थे जहां के लोग सामाजिक, भौगोलिक या किसी अन्य कारण से पीछे रह गए थे। इन क्षेत्रों के लिए काम किया गया है। 3 करोड़ आदिवासी भाइयों को हमारी योजनाओं का सीधा लाभ मिला है।
हमारे हमने बीते 9 वर्षों में आदिवासी जनजातियों के लिए 500 में एकलव्य मॉडल स्कूलों पर काम किया है। आदिवासियों के कल्याण के लिए समर्पित हमारी सरकार ने हजारों नए शिक्षकों की भर्ती का फैसला लिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने सरकार में आने के बाद 80 हजार से अधिक जमीन के पट्टे दिए हैं। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस की समाजिक नीति उनकी अर्थनीति पर भी प्रश्नचिन्ह लगाए। प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीब, रेहड़ी वाले पटरी वाले, छोटे-छोटे काम करने वाले लोगों का जीवन ब्याजखोरों के चुंगल में फंस कर रह जाता था। हमने इन लोगों का जीवन सुलभ बनाने का काम किया है।
प्रधानमंत्री ने छोटे किसानों की स्थिति पर भी बात की। उन्होंने कहा कि छोटे किसान, 1 एकड़ 2 एकड़ भूमि वाले किसान परेशान थे। हमने उनकी समस्याओं पर ध्यान केंद्रित किया। छोटे किसानों को नार्मल बैंकिंग के साथ जोड़ा। आज छोटे किसानों को साल में तीन बार पीएम किसान निधि की सहायता मिलती है। प्रधानमंत्री ने बताया कि मोटे अनाजों की खेती करने वाले छोटे किसानों के साथ हमारी सरकार खड़ी हुई। सरकार ने यूनाइटेड नेशन को लिखा और कहा कि मिलेट ईयर बनाइए। प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे किसानों को उनकी उपज का अच्छा मूल्य और नए बाजार उपलब्ध होंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जॉब निर्णयों में माताओं बहनों की भागीदारी बढ़ती है तो प्रणाम जल्दी मिलते हैं अच्छे मिलते हैं। माताओं बहनों की भागीदारी बढ़े। निर्णय प्रक्रिया में वह हमारे साथ शामिल हो, महिलाओं के नेतृत्व के विकास के लिए हमारी सरकार ने में प्राथमिकता दी है। प्रधानमंत्री ने विपक्ष की उन बातों को आड़े हाथों लेते हुए कहा जिसमें कहा गया था कि क्या महिलाओं को सिर्फ टॉयलेट प्रदान करने से विकास हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे इस बात का गर्व है कि हमने 11 करोड़ माताओं बहनों के लिए टॉयलेट का निर्माण कराया है।
| Tweet![]() |