दिल्ली समेत उत्तर भारत में ठंड और कोहरे के बाद अब गरजेंगे बादल, IMD ने बताया अगले हफ्ते कैसा रहेगा मौसम

Last Updated 18 Jan 2023 11:21:17 AM IST

राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को लगातार आठवें दिन शीतलहर का प्रकोप जारी रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की वेबसाइट पर यह जानकारी दी गई।


दिल्ली की सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मंगलवार को यहां न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस और सोमवार को 1.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

दिल्ली में जनवरी 2020 में सात दिन शीतलहर चली थी, पिछले साल एक भी ऐसा दिन दर्ज नहीं किया गया।

मौसम विभाग के अनुसार, 22 से 25 जनवरी के बीच बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। 23 और 24 जनवरी को पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तर राजस्थान सहित उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ेगी।

हालांकि, 23 और 24 जनवरी को जम्मू, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में छिटपुट स्थानों पर हल्की से मध्यम ओलावृष्टि होने की संभावना है।

आईएमडी के अनुसार, दिल्ली में पांच से नौ जनवरी तक भीषण शीतलहर चली जो एक दशक में इस महीने में प्रचंड शीतलहर की दूसरी सबसे लंबी अवधि रही। अभी तक इस महीने 50 घंटे तक घना कोहरा दर्ज किया गया जो 2019 के बाद से सबसे अधिक है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को बताया था कि दो पश्चिमी विक्षोभों के प्रभाव के चलते 19 जनवरी से शीतलहर का प्रकोप थम जाएगा।

पश्चिम एशिया से गर्म नम हवाओं वाली एक मौसम प्रणाली को पश्चिमी विक्षोभ कहा जाता है। जब एक पश्चिमी विक्षोभ क्षेत्र में आता है, तो हवा की दिशा बदल जाती है। पहाड़ों से आने वाली सर्द उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलनी बंद हो जाती हैं जिससे तापमान बढ़ता है।

दिल्ली में गूरूवार रात हल्की बारिश व बूंदाबांदी हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में 23-24 जनवरी को दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ ही हल्की से मध्यम बारिश होने और ओले गिरने का पूर्वानुमान है।

दिल्ली में सर्दी के मौसम में अभी तक बारिश नहीं हुई है।

मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, ऐसा नवंबर और दिसंबर में मजबूत पश्चिमी विक्षोभ की कमी के कारण हुआ।

पिछले साल जनवरी में शहर में 82.2 मिमी बारिश दर्ज की गई थी, जो 1901 के बाद से इस महीने में सबसे अधिक थी।

राष्ट्रीय राजधानी में, वायु गुणवत्ता 316 पर समग्र एक्यूआई के साथ बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई है।

विशेष रूप से, शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51 और 100 के बीच को संतोषजनक, 101 और 200 के बीच को मध्यम, 201 और 300 के बीच को खराब, 301 और 400 के बीच को बहुत खराब और 401 और 500 के बीच को गंभीर माना जाता है।

पूसा में, एक्यूआई 318 दर्ज किया गया जो बहुत खराब श्रेणी के अंतर्गत आता है।

लोधी रोड पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 245 पर पहुंच गया, जबकि आयानगर में यह 273 पर था।

सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के पूवार्नुमान के मुताबिक, गुरुवार को शहर की हवा की गुणवत्ता और खराब होगी।

आईएएनएस/ भाषा
नई दिल्ली


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