Parliament Winter Session: विपक्ष ने चीन के साथ तनाव पर लोकसभा में चर्चा की मांग की, सदन से वॉकआउट
कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने सीमा पर चीन के साथ तनाव के विषय पर बुधवार को लोकसभा में चर्चा की मांग करते हुए सदन से वॉकआउट किया।
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पूर्वाह्न 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू करने का निर्देश दिया। इसी दौरान कांग्रेस, द्रमुक, नेशनल कॉन्फ्रेंस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) समेत विपक्षी दलों के सदस्य अपने स्थानों पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे।
कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि चीन के साथ तनाव को लेकर चर्चा होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘इस पर बाहर टीवी पर चर्चा हो रही है, लेकिन यहां चर्चा नहीं हो रही है। सदन में चर्चा होनी चाहिए।’’
इसके बाद कांग्रेस, द्रमुक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी तथा कुछ अन्य दलों के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया।
इससे पहले विपक्षी दलों ने प्रश्नकाल शुरू होते ही चीन के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग करते हुए हंगामा किया और सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
लोकसभा अध्यक्ष ने सदस्यों से प्रश्नकाल चलने देने का आग्रह करते हुए कहा, ‘‘प्रश्नकाल आपका समय होता है। आप सदन के अंदर सरकार से सवाल पूछ सकते हैं। आपसे आग्रह है कि प्रश्नकाल चलने दें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आप खुद प्रश्नकाल नहीं चलने देना चाहते। एक अच्छी परंपरा डालें कि प्रश्नकाल चले और आप प्रश्न पूछें। जनता ने आपको सरकार से प्रश्न पूछने के लिए भेजा है।’’
विपक्षी सदस्यों का शोर-शराबा जारी रहने पर लोकसभा अध्यक्ष ने बैठक शुरू होने के दो मिनट बाद ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। प्रश्नकाल में एक भी पूरक प्रश्न नहीं पूछा जा सका।
विपक्षी दल सात दिसंबर से आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र में लगातार चीन के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। दोनों सदनों में कई सांसदों ने इस विषय पर कार्यस्थगन प्रस्ताव के नोटिस भी दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच नौ दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में संघर्ष की घटना सामने आई थी, जिसमें दोनों तरफ के जवानों को चोट आई थीं। यह जून 2020 में गलवान घाटी में दोनों देशों के जवानों के बीच झड़प के बाद इस तरह की पहली बड़ी घटना थी।
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