लोकसभा में महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा पर हिंसक झड़प की घटनाओं को लेकर कर्नाटक के भाजपा सांसदों और विपक्षी राकांपा और शिवसेना के उद्धव ठाकरे के धड़े के बीच शोरगुल देखा गया।
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राकांपा और शिवसेना (उद्धव ठाकरे समूह) दोनों नेताओं ने बाद में सदन से वॉक आउट किया।
हंगामा तब शुरू हुआ, जब राकांपा की सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र और कर्नाटक के सीमावर्ती क्षेत्रों में हुई हिंसक घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि जब मराठी लोगों ने कर्नाटक में प्रवेश करने की कोशिश की तो उन्हें पीटा जा रहा था।
उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों में बीजेपी की सरकार होने के बावजूद कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र के लोगों के खिलाफ बोला है।
महाराष्ट्र के खिलाफ साजिश का आरोप लगाते हुए सुले ने कहा, महाराष्ट्र के लोगों को कल पीटा गया। इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती। यह एक देश है। मैं (गृह मंत्री) अमित शाह से इस पर बोलने का आग्रह करती हूं।
कर्नाटक के बीजेपी सांसदों ने भी उठकर सुले की टिप्पणियों का विरोध किया।
हंगामे के बीच शिवसेना और एनसीपी सांसदों ने कर्नाटक सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
जब स्पीकर ओम बिड़ला ने सदन में उन्हें शांत रहने के लिए कहा तो एनसीपी और शिवसेना के नेताओं ने वॉकआउट कर दिया।