अब भाजपा की नैया पार लगाएगा ‘रावण’!

Last Updated 01 Dec 2022 09:30:14 AM IST

वर्ष 2007 में ‘मौत का सौदागर’ और 2017 में ‘नीच’ शब्द ने गुजरात में भाजपा की नैया पार लगाई थी, इस बार कांग्रेस ने भाजपा को चुनाव जीतने का एक और मुद्दा दे दिया।


अब भाजपा की नैया पार लगाएगा ‘रावण’!

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी की तुलना ‘रावण’ से कर दी। भाजपा ने इस मुद्दे को तुरंत लपक लिया और गुजरात विधानसभा चुनाव का रुख ही मोड़ दिया है।
वर्ष 1995 से लगातार सत्ता पर काबिज भाजपा को सत्ता दिलाने में कांग्रेस की अहम भूमिका रही है 2007 के चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुजरात जाकर तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को मौत का सौदागर कहा था, भाजपा ने उस मुद्दे को इतना बड़ा बना दिया कि विधानसभा चुनाव आसानी से जीत गई। वर्ष 2017 में जब गुजरात में सत्ता विरोधी माहौल चरम पर था और कांग्रेस को बढ़त मिली थी, तब कांग्रेस के नेता मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री मोदी को ‘नीच’ कहकर पुकारा। प्रधानमंत्री ने इस शब्द को गुजरात और अन्य पिछड़ा समाज का अपमान बताते हुए इसका जमकर राजनीतिक फायदा उठाया और भाजपा मामूली अंतर से सत्ता में आ गई।

2019 के आम चुनाव में भी कांग्रेस ने गलती की और जनता के मूड के खिलाफ राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को ‘चौकीदार चोर है’ का नारा प्रचारित किया। इस बार भी भाजपा सत्ता में आने के लिए संघर्ष कर रही है। इस बार उसका मुकाबला कांग्रेस के साथ-साथ आम आदमी पार्टी से भी है। भाजपा ने अपने सभी स्टार प्रचारकों की पूरी टीम गुजरात में झोंकी हुई है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी की तुलना रावण से कर दी। भाजपा ने इस मुद्दे को तुरंत लपक लिया और इसे चुनाव प्रचार का हथियार बना दिया और चुनाव प्रचार का नरेशन ही बदल दिया। भाजपा ने अपने बड़े-बड़े नेताओं को रावण शब्द का काउंटर करने के लिए लगा दिया है, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह समेत अनेक केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। आज भाजपा ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को विशेष तौर पर रावण शब्द का काउंटर करने के लिए लगाया।

भाजपा ने मोदी को गुजरात गौरव से जोड़ दिया है। इस बहाने भाजपा के लिए चुनाव जीतना आसान हो गया है। भाजपा ने इस बार गुजरात में सत्ता विरोधी माहौल को खत्म करने के लिए स्थानीय मुद्दों पर चर्चा ही नहीं की। पार्टी ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की है। पार्टी के संकल्प पत्र में भी गुजरात में समान नागरिक संहिता लागू करने की बात कहकर लोगों का ध्यान राष्ट्रीय मुद्दों की तरफ मोड़ा है। पार्टी चुनाव में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और राम मंदिर का निर्माण करने को मुद्दा बना रही, ताकि जनता स्थानीय कमियों की चर्चा न करे। भाजपा ने पूरे चुनाव को गुजरात गौरव और प्रधानमंत्री मोदी को एक-दूसरे का पर्याय बनाया है। कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे के बयान के अलावा राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में मेधा पाटकर का शामिल होना भी भाजपा के लिए संजीवनी का काम किया।

मेधा पाटकर ने कई वर्षो तक नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बांध नहीं बनने दिया, जिसके कारण गुजरात में पीने एवं सिंचाई की व्यवस्था नहीं हो पाई थी। मुख्यमंत्री और फिर प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने सरदार सरोवर बांध बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। मेधा जब भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हैं तो भी भाजपा ने इसे राज्य के लिए बहुत बड़ा मुद्दा बना दिया था और प्रधानमंत्री ने स्वयं कहा था कि गुजरात का विकास रोकने के वाले हमेशा कांग्रेस के साथ हैं।

रोशन/सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment