National Herald Case: राहुल की पेशी के दूसरे दिन भी कई कांग्रेस नेता हिरासत में, पार्टी ने पूछताछ को असंवैधानिक बताया
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ‘नेशनल हेराल्ड’ समाचार पत्र से जुड़े कथित धनशोधन के एक मामले में लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए और जांच एजेंसी द्वारा उनसे पूछताछ जारी है।
ED दफ्तर में राहुल से पूछताछ, कांग्रेस समर्थकों का हंगामा |
राहुल गांधी पूर्वाह्न 11 बजकर पांच मिनट पर एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित ईडी के मुख्यालय पहुंचे। उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी उनके साथ थीं।
अधिकारियों ने बताया कि कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद 11 बजकर 30 मिनट पर राहुल गांधी से पूछताछ आरंभ की गई। जांच एजेंसी के मुख्यालय के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सोमवार को उनसे करीब 10 घंटे तक ग्रिल किया गया। इसके बाद ईडी ने राहुल गांधी से मंगलवार को दोबारा पेश होने के लिए कहा था।
दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ कांग्रेस पार्टी मुख्यालय पहुंचे।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 14, 2022
नेशनल हेराल्ड मामले की जांच के लिए आज राहुल गांधी ED के सामने पेश होंगे। pic.twitter.com/CTJO1JmbcH
उधर, कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ के दूसरे दिन भी विरोध प्रदर्शन किया जिसके बाद पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने मंगलवार को भी कांग्रेस मुख्यालय से लगे इलाके में धारा 144 लगा रखी है।
मुख्य विपक्षी दल ने अपने नेता से ईडी की पूछताछ को ‘असंवैधानिक’ करार देते हुए मंगलवार को यह दावा किया कि सरकार को पार्टी के पूर्व अध्यक्ष से परेशानी इसलिए है कि उन्होंने किसानों, नौजवानों, मजदूरों की आवाज उठाई तथा कोरोना संकट एवं सीमा पर चीन की आक्रमकता को लेकर मोदी सरकार को घेरा।
कांग्रेस के अनुसार, मंगलवार को पुलिस ने पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, उप नेता गौरव गोगोई, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, नवनिर्वाचित राज्यसभा सदस्य इमरान प्रतापगढ़ी तथा कई अन्य नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
वेणुगोपाल ने एक वीडियो जारी कर कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ प्रतिशोध की राजनीति के तहत कार्रवाई की जा रही है। कांग्रेस सच के साथ है। हम झुकने और डरने वाले नहीं हैं।’’
मुख्य विपक्षी दल ने यह दावा भी किया कि दिल्ली पुलिस की धक्कामुक्की के कारण पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम समेत उसके कई नेताओं को चोट आई हैं। हालांकि, पुलिस ने कहा है कि उसकी तरफ से कोई बल प्रयोग नहीं किया गया और पुलिसकर्मियों के कारण किसी के चोटिल होने की जानकारी उसके पास नहीं है।
दिल्ली पुलिस व छत्तीसगढ़ सीएम के सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प, बघेल हिरासत में लिए गए
नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय के सामने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की पेशी से जुड़े एक घटनाक्रम में मंगलवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सुरक्षा कर्मियों और दिल्ली पुलिस के बीच हल्की झड़प हो गई और बघेल को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
इस झड़प के बाद मुख्यमंत्री बघेल को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इससे पहले पुलिस अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल, इमरान प्रतापगढ़ी व अन्य नेताओं को हिरासत में ले चुकी है।
जब तक ये लोग जुर्म उठाते रहेंगे हम लोग इसी प्रकार से प्रदर्शन करते रहेंगे। केंद्र सरकार हमें ये बता दें कि 8 साल में ईडी,आईटी और CBI ने बीजेपी नेता के खिलाफ एक भी कार्रवाई की हो: दिल्ली में भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री https://t.co/9EZ1lLdAhy pic.twitter.com/xsWCd003HH
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हम लोग आराम से पैदल जा रहे थे और मैं सुरक्षाकर्मियों के साथ जा रहा था लेकिन पुलिस ने हमें रोक दिया तो अब हमारे पास बैठने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है: दिल्ली में भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री https://t.co/Wubp3GWRGp pic.twitter.com/yt24APJok1
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के.सी. वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, रंजीत रंजन, इमरान प्रतापगढ़ी और अन्य को पुलिस हिरासत में लेकर तुगलक रोड थाने ले जाया जा रहा है। pic.twitter.com/DPDyy4IgvW
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राहुल गांधी के ईडी में पेश होने के मद्देनजर क्षेत्र में धारा 144 लागू की गई है और पुलिस ने किसी को इकट्ठा नहीं होने दे रही है। मुख्यमंत्री बघेल व अन्य कांग्रेस नेता ईडी दफ्तर जाने को लेकर आगे बढ़ रहे थे, इसी दौरान दिल्ली पुलिस उन्हें रोक रही थी। जब दिल्ली पुलिस ने नेताओं को आगे नहीं जाने दिया तो सभी धरने में बैठ गए जिसके बाद यह झड़प हुई।
कई कांग्रेस नेता हिरासत में, पार्टी ने पूछताछ को असंवैधानिक बताया
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने राहुल गांधी से पूछताछ के कानूनी आधार पर सवाल उठाते हुये ट्वीट किया, ‘‘ क्या भाजपा के प्रवक्ता कृपया निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देंगे: पीएमएलए के तहत कौन सा 'अपराध' है, जिसकी ईडी ने जांच शुरू की है? किस पुलिस एजेंसी ने इस ‘अपराध' के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की है? प्राथमिकी कहां है? क्या आप हमें प्राथमिकी की प्रति दिखाएंगे?’’
उन्होंने यह सवाल भी किया, ‘ क्या आप जानते हैं कि 'अपराध' और प्राथमिकी के बिना, ईडी के पास पीएमएलए के तहत जांच शुरू करने का कोई अधिकार क्षेत्र नहीं है?’’
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब कोई प्राथमिकी ही दर्ज नहीं है तो फिर पूछताछ के लिए कैसे बुलाया जा सकता है। यह पूरी कार्रवाई असंवैधानिक, दुर्भावनापूर्ण और प्रतिशोध की राजनीति से प्रेरित है।’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘आखि़र भाजपा के निशाने पर राहुल गांधी और कांग्रेस ही क्यों? क्या ईडी की कार्रवाई जनता के मुद्दे उठाने वाली मुखर आवाज़ को दबाने का षडयंत्र है?’’
सुरजेवाला ने दावा किया, ‘‘जब चीन ने हमारे देश की सरज़मीं पर जबरन कब्ज़ा किया और हमारे जवान शहीद हुए, तो देश के प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘न कोई घुसा है, न कोई आया है’। उस समय राहुल गांधी ने सरकार को इस झूठ पर घेरा और शहीद जवानों के लिए आवाज़ उठाई। इसलिए राहुल गांधी से परेशानी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘महंगाई से हो रही जनता की बदहाली पर राहुल गांधी ने लगातार सरकार को घेरा। पेट्रोल-डीज़ल हो, रसोई गैस हो, खाने-पीने का सामान हो, उन्होंने लगातार देश के मध्यम वर्ग, नौकरीपेशा, गरीबों, छोटे दुकानदारों, छोटे व्यापारियों के पक्ष में जोरदार आवाज़ उठाई। इसलिए राहुल गांधी से परेशानी है।’’
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा, ‘‘डूबती अर्थव्यवस्था और गिरते रुपये को लेकर, एमएसएमई की बदहाली को लेकर, छिनती नौकरियों को लेकर, चौतरफा बेरोजगारी को लेकर, युवाओं के गुस्से को लेकर राहुल गांधी ने लगातार आवाज़ उठाई। इसलिए राहुल गांधी से परेशानी है।’’
उनके अनुसार, ‘‘कोरोना में जब सरकार ने अपनी ज़िम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया, उस समय राहुल गांधी ने न केवल सरकार को चेताया, बल्कि सरकार को देर से ही सही, कदम उठाने के लिए मजबूर किया। इसलिए राहुल गांधी से परेशानी है।’’
सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी ने देश के अन्नदाताओं की आवाज़ उठाई और तीन ‘‘काले कानूनों’’ को वापस लेने के लिए मोदी सरकार को मजबूर कर दिया इसलिए उनसे इस सरकार को परेशानी है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘देश में नफ़रत के माहौल के खिलाफ़ और भाईचारे व अनेकता में एकता के विचार के लिए एकमात्र आवाज़ जिसने सरकार की आंख में आंख डालकर कहा कि नफ़रत से देश का भला नहीं होगा, वह राहुल गांधी हैं। इसलिए राहुल गांधी से परेशानी है।’’
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘देशवासियों, इस क्रोनोलॉजी को समझिए। मोदी सरकार ने बौखला कर ‘‘इलेक्शन मैनेजमेंट डिपार्टमेंट’’ (ईडी) के पीछे छिपकर सत्यनिष्ठा की आवाज पर हमला बोला है। ये हमला विपक्ष की उस निर्भीक आवाज़ पर है जो जनता के सवालों को सरकार के सामने दृढ़ता से रखती है, जो जनता के मुद्दों को भयमुक्त होकर उठा रही है।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘यह हमला उस निर्भीक आवाज़ पर है। यह हमला जनता के मुद्दों पर है। यह हमला बेरोज़गारों, गरीबों, छोटे दुकानदारों व व्यापारियों, मध्यम वर्ग व नौकरीपेशा, महिलाओं, दलितों, पिछड़ों व आदिवासियों के अधिकारों व संविधान से जुड़े सवालों पर है।’’ उन्होंने जोर देकर कहा, ‘‘हम न डरेंगे, न झुकेंगे, न दबेंगे, देश के लिए लड़ते रहेंगे।’’
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