BIMSTEC Summit: पीएम मोदी बोले- बिम्स्टेक राष्ट्रों के बीच अधिक सहयोग समय की जरूरत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बिम्स्टेक देशों के बीच अधिक सहयोग का आह्वान करते हुए कहा कि यह बंगाल की खाड़ी को संपर्क, समृद्धि और सुरक्षा का सेतु बनाने का वक्त है।
![]() बिम्स्टेक राष्ट्रों के बीच अधिक सहयोग समय की जरूरत: मोदी |
पांचवें बहु-क्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्स्टेक) शिखर सम्मेलन में अपने शुरुआती संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन के परिणाम बिम्स्टेक के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय लिखेंगे। उन्होंने कहा कि भारत बिम्स्टेक सचिवालय के परिचालन बजट को बढ़ाने के लिए सहयोग के रूप में 10 लाख अमेरिकी डॉलर प्रदान करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यूरोप में हाल के घटनाक्रम ने अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की स्थिरता पर सवालिया निशान लगा दिया है। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में बिम्स्टेक क्षेत्रीय सहयोग को और अधिक सक्रिय बनाना महत्वपूर्ण हो गया है।
उन्होंने कहा कि बिम्स्टेक देशों के बीच आपसी व्यापार बढ़ाने के लिए बिम्स्टेक एफटीए प्रस्ताव पर आगे बढ़ना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमारा क्षेत्र स्वास्थ्य और आर्थिक सुरक्षा की चुनौतियों का सामना कर रहा है, ऐसे में एकता और सहयोग समय की मांग है।
पिछले 2 सालों के चुनौतीपूर्ण माहौल में राष्ट्रपति राजपक्ष ने बिम्सटेक को कुशल नेतृत्व दिया है। जिसके लिए मैं उनका अभिनंदन करता हूं। आज के चुनौतीपूर्ण वैश्विक परिप्रेक्ष्य में से हमारा क्षेत्र अछूता नहीं रहा है। हम अभी भी कोरोना के दुष्प्रभावों को झेल रहे हैं: प्रधानमंत्री
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 30, 2022
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज बंगाल की खाड़ी को संपर्क, समृद्धि, सुरक्षा का सेतु बनाने का समय है।’’ भारत के अलावा, बिम्स्टेक सदस्य देशों में श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमा, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं।
शिखर सम्मेलन ‘बिम्स्टेक चार्टर’ को अपनाएगा जो समूह को एक अंतरराष्ट्रीय पहचान देगा और बुनियादी संस्थागत ढांचे को तैयार करेगा जिसके माध्यम से समूह अपना काम करेगा।
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