भारतीय नौसेना में शामिल हुआ दूसरा पी-8आई विमान स्क्वाड्रन

Last Updated 29 Mar 2022 11:18:31 PM IST

भारतीय नौसेना के दूसरे पी-8आई विमान स्क्वाड्रन, भारतीय नौसेना एयर स्क्वाड्रन 316 को मंगलवार को भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया गया।


भारतीय नौसेना में शामिल हुआ दूसरा पी-8आई विमान स्क्वाड्रन

इस दौरान एक शानदार समारोह आईएनएस हंसा, गोवा में आयोजित किया गया। भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे।

उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए, एडमिरल आर. हरि कुमार ने कहा कि भारत हिंद महासागर क्षेत्र में एक 'पसंदीदा सुरक्षा भागीदार' है, जो इस क्षेत्र में प्रभावी रणनीतिक भूमिका निभाने में हमारे देश की क्षमता और इसकी परिचालन पहुंच का विस्तार करने की आवश्यकता को दर्शाता है। भारतीय नौसेना इस प्रतिबद्धता का अभिन्न अंग है और इस उद्देश्य के अनुपालन में, आईएनएएस 316 की कमीशनिंग हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और निगरानी को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

आईएनएएस 316 को 'कोंडोर्स' नाम दिया गया है, जो विशाल पंखों की सहायता से उड़ने वाले पृथ्वी के सबसे बड़े 'पक्षियों' या उड़ने वाले उपकरणों में से एक हैं। इस स्क्वाड्रन के प्रतीक चिन्ह में समुद्र के विशाल नीले विस्तार में खोज करते हुए एक 'कोंडोर' को दर्शाया गया है।

'कोंडोर्स' को एक उत्कृष्ट संवेदी क्षमताओं, शक्तिशाली और तेज नाखूनों और बड़े विशाल पंखों के लिए जाना जाता है, जो वायुयान की क्षमताओं और स्क्वाड्रन की परिकल्पित भूमिकाओं का प्रतिरूपण है।

आईएनएएस 316 बोइंग पी-8आई विमानों का संचालन करेगा, यह मल्टीरोल, लॉग रेंज टोही एंटी-सबमरीन वारफेयर (एलआरएमआर एएसडब्ल्यू) विमान है, जिसे एयर-टू-शिप मिसाइलों और टॉरपीडो की श्रृंखला से लैस किया जा सकता है। यह 'गेम चेंजर' विमान समुद्री निगरानी और आक्रमण करने, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध मिशन, खोज और बचाव, वेपन प्लेटफार्मों के लिए लक्षित डेटा उपलब्ध कराने, भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के लिए महत्वपूर्ण निगरानी जानकारी प्रदान करने के लिए सक्षम मंच है। इसके अलावा यह हिंद महासागर क्षेत्र में दुश्मन के जहाजों और पनडुब्बियों का पता लगाने और उन्हें बेअसर करने के लिए भी पसंदीदा मंच है। इस स्क्वाड्रन को विशेष रूप से ऑप्शन क्लॉज अनुबंध के तहत खरीदे गए चार नए पी-8आई विमानों के लिए तथा आईओआर में किसी खतरे का निवारण करने, पता लगाने और नष्ट करने के लिए नियुक्त किया गया है। ये विमान 30 दिसंबर, 2021 से हंसा से संचालित हो रहे हैं और यह स्क्वाड्रन पूर्ण स्पेक्ट्रम सतह और उपसतह नौसेना संचालन के साथ एकीकृत है।

आईएनएएस 316 की कमान कमांडर अमित महापात्रा संभाल रहे हैं जो एक कुशल बोइंग पी-8आई पायलट है, जिन्हें व्यापक परिचालन अनुभव प्राप्त है। उन्होंने आईएल-38 और डोर्नियर 228 जैसे समुद्री हवाई प्लेटफार्मों से उड़ान भरी है और आईएनएस बारातंग की कमान संभालने के साथ ही आईएनएस तरकश के कार्यकारी अधिकारी के रूप में भी कार्य किया है।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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