सुरक्षा को लेकर घाटी में अहम बैठक
घाटी में जारी आतंकी घटनाओं तथा सरहद पार लॉन्चिंग पैड पर घुसपैठ की फिराक में मौजूद आतंकियों की संभावित चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षाबलों ने बुधवार को एक रणनीतिक तथा टैक्टिकल अहम बैठक की है।
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यह बैठक श्रीनगर में 15वीं कोर के प्रमुख कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे की मौजूदगी में हुई है। ससमें आईजीपी कश्मीर विजय कुमार भी मौजूद बताए गए हैं। बताया गया कि आने वाले दिनों में भारी बर्फबारी से पहले एलओसी पार से बड़े एवं घातक हथियारों से लैस आतंकी दस्तों की घुसपैठ की लगातार कोशिश हो सकती हैं।
इस बाबत सुरक्षा बलों एवं खुफिया एजेंसियों ने अपने अपने स्तर पर सरहद पार बैठे विभिन्न आतंकी संगठनों के सरगनाओं की आपसी बातचीत को इंटरसेप्ट किया है। वहीं घाटी में जिस प्रकार हाइब्रिड अथवा कॉन्ट्रैक्ट आतंकियों द्वारा टारगेट किलिंग की साजिश की जा रही है उसे देखते हुए विशेषकर सेना पुलिस तथा सीआरपीएफ सभी ने कमर कस ली है।
सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में घाटी में मौजूद आतंकी आईईडी लगाकर भी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। आज सेना ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा के राजपुरा में दो दुर्दात आतंकियों को मार गिराया जिनके कब्जे से हथियार व गोला-बारूद भी मिला है।
इनकी पहचान एक पाकिस्तानी मूल के आतंकी फुरकान तथा जैश-ए-मोहम्मद कमांडर यासिर परे के तौर पर हुई है। इन दोनों पर कई आईइडी से आतंकी हमले करने तथा साजिश बुनने को लेकर मामले दर्ज हैं।
सूत्रों का कहना है कि केवल दक्षिण कश्मीर ही नहीं बल्कि उत्तरी कश्मीर के साथ-साथ मध्य कश्मीर का विशेषकर श्रीनगर तथा बड़गांव का इलाका आतंकी हमलों को लेकर हॉट बना हुआ है। आने वाले दिनों में जब बर्फबारी का सिलसिला शुरू होगा और मौसम खराब होगा तो अब घाटी में छिपे आतंकी अपनी नापाक साजिशों को अंजाम दे सकते हैं।
सरहद पार मौजूदा वक्त में विभिन्न आतंकी संगठनों के काफी बड़ी तादाद में आतंकी सक्रिय पता चले हैं। घुसपैठ की कोशिश में इन आतंकियों के पास अमेरिका तथा चीन निर्मिंत घातक हथियार व गोला-बारूद भी बताए गए हैं इसलिए विशेषकर एलओसी की रखवाली करने वाले भारतीय सेना के जांबाज जवान तथा अफसर हाई अलर्ट पर हैं।
कमोबेश यही स्थिति भारत पाक सीमा के जिला कठुआ से लेकर जिला जम्मू तक करीब 197 किलोमीटर लंबी सरहद पर चौकसी कर रहे सीमा सुरक्षा बल के जवान वह अफसरों की है। वे भी दिन रात भारत पाक सीमा की बेहद चौकसी के साथ रखवाली कर रहे हैं क्योंकि भारत पाक सीमा के पार जिला सियालकोट से सटी इस सरहद से सटे पाकिस्तानी क्षेत्र में आतंकियों की मूवमेंट होती रहती है।
बल्कि भारत पाक सीमा के इसी क्षेत्र में पाकिस्तान की दिशा से कई बार ड्रोन के जरिए हथियार गोला बारूद तथा ड्रग्स की कई खेपें भेजने की कोशिश की गई। सरहद पार बैठे आतंकी सरगना तथा उनके हैंडलर खराब मौसम का फायदा उठाकर अपनी नापाक साजिशों को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं।
मालूम हो सरहद के इसी हिस्से में कई बार खुफिया सुरंगे भी पकड़ी जा चुकी हैं। फिर भी सरहद पार से घाटी में बड़ी हिंसक वारदातों को अंजाम देने की ज्यादातर आशंका बनी रहती है।
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