चक्रवात तूफान ताउते से हुए नुकसान का जायजा लेने गुजरात पहुंचे PM मोदी, प्रभावित क्षेत्रों का किया हवाई निरीक्षण

Last Updated 19 May 2021 01:25:50 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात ‘ताउते’ से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए बुधवार को गुजरात और केंद्र शासित क्षेत्र दीव के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया।


चक्रवात ताउते से हुए नुकसान का जायजा लेने गुजरात पहुंचे मोदी

मोदी वायु सेना के विमान से भावनगर पहुंचे और वहां से हेलिकॉप्टर में बैठ कर हवाई निरीक्षण किया। उन्होंने सर्वाधिक प्रभावित जिलों अमरेली और गिर सोमनाथ और अन्य प्रभावित क्षेत्रों का भी हवाई दौरा किया।

 

इसके बाद उन्होंने अहमदाबाद में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और राज्य के वरिष्ठ सचिवों के साथ एक समीक्षा बैठक भी की।

ज्ञातव्य है कि 17 मई की रात दीव के निकट गुजरात तट से टकराने के बाद कल देर रात तक राज्य में सक्रिय रहे इस तूफ़ान के असर से कम से कम 13 लोगों की मौत भी हुई है।

इससे फ़सलों, मकानों, सड़कों, बिजली के खंभों आदि को भी व्यापक नुक़सान पहुंचा है। इससे 80 हज़ार से अधिक पेड़ और 70 हज़ार बिजली के खंभे भी गिर गए थे। छह हज़ार से अधिक गांवों और 83 कोविड अस्पतालों में बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई थी। कई रास्ते बंद थे।

राज्य सरकार ने पहले ही कहा है कि नुक़सान का सर्वेक्षण आज से शुरू होगा और सभी प्रभावितों को नियमों के अनुरूप आर्थिक सहायता/मुआवज़ा दिया जाएगा।

तूफ़ान ताउ ते के असर से पिछले 24 घंटे में गुजरात के सभी 33 जिलों के कुल 251 में से 226 तालुक़ा में बरसात भी हुई है और इसमें सर्वाधिक 226 मिलीमीटर मध्यवर्ती खेड़ा ज़िले के नडियाद में दर्ज की गयी है।

24 तालुक़ा में 100 मिमी या अधिक, 86 तालुक़ा में 50 मिमी या अधिक और 139 में 25 मिमी या अधिक बरसात हुई है।
 

चक्रवात ‘‘ताउते’’ से गुजरात में हुए जान और माल के नुकसान का जायजा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को भावनगर पहुंचे जहां मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने उनका स्वागत किया। रूपाणी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावनगर पहुंच गए हैं। वह चक्रवात ताउते से प्रभावित अमरेली, गिर सोमनाथ और भावनगर जिलों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।’’

गुजरात में चक्रवाती तूफान के कारण तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ, बिजली के खंभे तथा पेड़ उखड़ गए तथा कई घरों व सड़कों को भी नुकसान पहुंचा। इस दौरान हुई घटनाओं में करीब 13 लोगों की मौत भी हुई है।

चक्रवाती तूफान के कारण 200 से अधिक तालुकाओं में बारिश हुई। एहतियाती तौर पर राज्य सरकार ने पहले ही दो लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया था।

मौसम विभाग ने कहा कि ताउते गुजरात के तट से “बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान” के तौर पर आधी रात के करीब गुजरा और धीरे-धीरे कमजोर होकर “गंभीर चक्रवाती तूफान” तथा बाद में और कमजोर होकर अब “चक्रवाती तूफान” में बदल गया है।

रुपाणी ने मंगलवार को कहा था कि 16000 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा, 40 हजार से ज्यादा पेड़ और 70 हजार से ज्यादा बिजली के खंभे उखड़ गए जबकि 5951 गांवों में बिजली चली गई।

यह राज्य में आया, अब तक का सबसे भयावह चक्रवात बताया जा रहा है। ताउते के कारण सौराष्ट्र से लेकर उत्तरी गुजरात के तट तक भारी बारिश देखने को मिली और कम से कम 46 तालुका में 100 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई जबकि 12 में 150 से 175 मिलीमीटर तक बारिश दर्ज की गई।

चक्रवात ताउते दोपहर बाद अहमदाबाद जिले की सीमा से लगते हुए उत्तर की तरफ बढ़ गया । इससे पहले और इस दौरान भी यहां लगातार भारी बारिश हुई जिससे शहर के कई इलाकों में घुटनों तक जलभराव हो गया।



 

भाषा/वार्ता
अहमदाबाद


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