21वीं सदी में दुनिया की आशाएं और अपेक्षाएं भारत से हैं : मोदी

Last Updated 21 Nov 2020 12:56:45 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी में मोनोक्रिस्टलाइन सोलर फोटो वोल्टाइक पैनल के 45 मेगावाट के उत्पादन संयंत्र का ऑनलाइन उद्घाटन किया


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम विश्वविद्यालय के 8वें दीक्षांत समारोह के दौरान सोलर फोटो वोल्टाइक पैनल के 45 मेगावाट के उत्पादन संयंत्र और जल प्रौद्योगिकी पर उत्कृष्टता केन्द्र की आधारशिला रखी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम विश्वविद्यालय गांधीनगर के 8वें दीक्षांत समारोह में शनिवार को युवाओं से कहा कि 21वीं सदी में दुनिया की आशाएं और अपेक्षाएं भारत से हैं और भारत की आशा और अपेक्षा आपके साथ जुड़ी हैं। हमें तेज गति से चलना ही होगा, आगे बढ़ना ही होगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आज की जो पीढ़ी है, 21वीं सदी का जो युवा है, उसको एक क्लीन स्टेट के साथ आगे बढ़ना होगा। कुछ लोंगों के मन में ये जो पत्थर की लकीर बनी हुई है, कि कुछ बदलेगा नहीं, उस लकीर को क्लीन करना होगा। और क्लीन हर्ट का मतलब साफ नीयत।"

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आप देखिए जीवन में वही लोग सफल होते है, वही लोग कुछ कर दिखाते है जिनके जीवन में सेन्स ऑफ रेस्पांसबिलिटी का भाव होता है। विफल वो होते है जो सेंस ऑफ बर्डन में जीते है। सेंस ऑफ रेस्पांसबिलिटी का भाव व्यक्ति के जीवन में सेंस ऑफ अपार्चुनिटी को भी जन्म देता है।"

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बदलाव चाहे खुद में करना हो, या दुनिया में करना हो, वो कभी एक दिन, एक हफ्ते या एक साल में नहीं होता। बदलाव के लिए थोड़ा-थोड़ा प्रयास नियमित करना होता। नियमित होकर किए गए छोटे-छोटे काम बड़ा बदलाव ला सकते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं को सीख देते हुए कहा कि इच्छाओं के अंबार से संकल्प की शक्ति अपरंपार होती है। करने के लिए बहुत कुछ है, देश लिए पाने को बहुत कुछ है, पर आपके लक्ष्य टुकड़ों में बिखरे नहीं होने चाहिए। आप कमिटमेंट के साथ आगे बढ़ेंगे तो अपने भीतर ऊर्जा का भंडार महसूस करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान डिग्री प्राप्त करने वाले युवाओं से कहा, "आज आप ऐसे समय में इंडस्ट्री में कदम रख रहे हैं, जब महामारी के चलते पूरी दुनिया के एनर्जी सेक्टर में भी बड़े बदलाव हो रहे हैं। ऐसे में आज भारत में एनर्जी सेक्टर में ग्रोथ की, एंटरप्रेन्योरशिप की, एंप्लायमेंट की, असीम संभावनाएं हैं।"

इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में खेल परिसर का भी उद्घाटन किया। इस दीक्षांत समारोह में लगभग 2600 छात्रों ने डिग्री और डिप्लोमा प्राप्त किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और ऊर्जा जरूरतों में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी बढ़ाने पर जोर दिया।

मोदी ने कहा कि आज देश अपने कार्बन फुटप्रिंट को 30 से 35 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहा है। प्रयास है कि इस दशक में अपनी ऊर्जा जरूरतों में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी को हम 4 गुना तक बढ़ाएं।

प्रधानमंत्री ने युवाओं से कहा, "एक ऐसे समय में ग्रेजुएट होना जब दुनिया इतने बड़े संकट से जूझ रही है,ये कोई आसान बात नहीं है। लेकिन आपकी क्षमताएं इन चुनौतियों से कहीं ज्यादा बड़ी हैं। प्राब्लम्स क्या हैं, इससे ज्यादा महत्वपूर्ण ये है कि आपका परपज(उद्देश्य) क्या है, आपकी परफार्मेंस क्या है और आपका प्लान क्या है?"

उन्होंने युवाओं को सीख देते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि सफल व्यक्तियों के पास समस्याएं नहीं होतीं, लेकिन जो चुनौतियों को स्वीकार करता है, उनका मुकाबला करता है, उन्हें हराता है, समस्याओं का समाधान करता है, वो सफल होता है।
 

आईएएनएस
नयी दिल्ली


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