संरा में मोदी के निशाने पर होंगे चीन-पाक
कोरोना महामारी, भारत और अमेरिका समेत कई देशों के साथ चीन के तनाव के बीच शुरू हो रहे संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र के हंगामी रहने के आसार हैं।
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माना जा रहा है कि इस बार दुनिया के ज्यादातर देशों के निशाने पर चीन होगा। संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा, जब महासभा की बैठक ऑनलाइन होगी। सत्र 22 सितम्बर से शुरू होकर 29 सितम्बर तक चलेगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 सितम्बर को आम सभा को संबोधित कर सकते हैं। हालांकि कार्यक्रम में अभी फेरबदल भी किया जा सकता है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में भारत जहां आतंकवाद के मुद्दे पर पाक को बेनकाब करेगा, वहीं एलओसी पर तनाव के लिए चीन से भी कैफियत तलब करेगा। कूटनीतिक सूत्रों के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र महासभा की चर्चा में कोरोना वायरस प्रमुख मुद्दा होगा। इस महामारी से पूरी दुनिया को प्रभावित करने वाली अर्थव्यवस्था पर भी सदस्य देश मंथन करेंगे। माना जा रहा है कि अमेरिका, जापान, ब्रिटेन, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और भारत कोरोना महामारी को लेकर चीन को जिम्मेदार ठहराने की कोशिश करेंगे। बैठक में कोरोना के लिए जिम्मेदारी फिक्स करने के लिए प्रस्ताव भी पारित किया जा सकता है।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, महासभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन में चीन और पाकिस्तान दोनों निशाने पर रहेंगे। उनके संबोधन में जहां पूरी दुनिया को चीन के खतरनाक मंसूबों के बारे में बताया जा सकता है, वहीं आतंकवाद के मुद्दे पर पाक द्वारा रची जा रही साजिश को भी एक्सपोज किया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र महासभा की सालाना होने वाली बैठक में पिछले कई सालों से आतंकवाद प्रमुख मुद्दा बनकर उभरा है और दुनिया के देशों ने इसका मिलकर सामना करने के लिए फैसले भी लिए। लेकिन इस बार स्थितियां बदली हुई हैं, जहां चीन पूरी दुनिया में अपनी विस्तारवादी नीति को अंजाम देने में जुटा है, वहीं अमेरिका, भारत, फिलीपींस, ताइवान, रूस, ब्रिटेन जैसे देशों के साथ उसके संबंध बेहद तनावपूर्ण चल रहे हैं। कोरोना महामारी को लेकर पहले से ही दुनिया चीन के खिलाफ खड़ी हुई है। ऐसे में माना जा रहा है कि महासभा की बैठक में सबके निशाने पर चीन की कारगुजारी होगी। सूत्रों की मानें तो आम सभा की चर्चा में भारत चीन की हेकड़ी ढीली करने का कोई मौका चूकेगा नहीं। सदस्य देश महामारी के चलते दुनिया भर में छाई आर्थिक मंदी व बेरोजगारी पर भी चर्चा करेंगे। कोरोना से कैसे निपटा जाए, इसको लेकर भी तमाम राष्ट्राध्यक्ष अपने अपने सुझाव देंगे और आम सभा इस पर मंथन करेगी। अमेरिका संयुक्त राष्ट्र महासभा का मेजबान देश है और माना जा रहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप डिजिटल माध्यम से हो रहे इस सत्र को संबोधित करने के लिए व्यक्तिगत तौर पर न्यूयॉर्क जा सकते हैं। अभी तक जारी कार्यक्रम के अनुसार, सबसे पहले वक्ता ब्राजील के राष्ट्रपति होंगे। अन्य नेताओं में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी तथा फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुअल मैक्रो सत्र के पहले दिन के वक्ता होंगे।
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