गैंगस्टर विकास दुबे उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार, कानपुर में की थी 8 पुलिसकर्मियों की हत्या
उत्तर प्रदेश का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर और कानपुर में आठ पुलिस जवानों की हत्या के आरोपी विकास दुबे को गुरुवार की सुबह मध्य प्रदेश के उज्जैन की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके साथ उसके दो साथी भी गिरफ्तार किए गए हैं।
![]() गैंगस्टर विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार |
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विकास दुबे गुरुवार की सुबह महाकाल मंदिर दर्शन करने पहुंचा, उस पर सुरक्षा जवानों को शक हुआ और उसको वहां से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
राज्य के गृहमंत्री डा मिश्रा ने विकास के गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की है। उनका कहना है कि विकास स्वयं की गाड़ी से उज्जैन आया था, उसके दो साथी बिटटू और सुरेश को भी गिरफ्तार किया गया है। विकास की गिरफ्तारी का ब्योरा उत्तर प्रदेश पुलिस को दे दिया गया है।
Vikas Dubey was going to Ujjain Mahakal temple when he was identified by security personnel. Police were informed, he confessed his identity after being pushed for it. He has been apprehended by police & interrogation is underway: Ashish Singh, Ujjain Collector #MadhyaPradesh https://t.co/tBNHn3pwuw
— ANI (@ANI) July 9, 2020
गृहमंत्री ने कहा कि यह अपराधी शुरू से ही क्रूरता की हद को पार कर रहा था, उसने कानपुर में जो कृत्य किया वह निंदनीय था। कानपुर की घटना के बाद से ही पूरे राज्य की पुलिस अलर्ट पर थी। पूरी निगाह रखी जा रही थी और मध्य प्रदेश की पुलिस को इसमें सफलता मिली।
इस बीच, पुलिस ने बताया कि दुबे के दो सहयोगियों को दो अलग-अलग मुठभेड़ में मार गिराया गया।
दुबे का साथी कार्तिकेय उर्फ प्रभात कानपुर में तब मारा गया जब उसने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की जबकि दूसरा साथी बाबा दुबे इटावा में मुठभेड़ में मारा गया।
कार्तिकेय को बुधवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था। उसकी पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश करते समय गोली लगने से मौत हो गई। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी ।
उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि कार्तिकेय ऊर्फ प्रभात ने ट्रांजिट रिमांड पर फरीदाबाद से कानपुर लाये जाने के दौरान पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की ।
उन्होंने बताया कि कार्तिकेय ने पुलिसकर्मी की पिस्तौल छीन कर एसटीएफ कर्मियों पर गोली चला दी, जिसमें दो कर्मी घायल हो गए।
कुमार ने बताया, ‘‘मुठभेड़ कानपुर के पनकी इलाके में हुई। पुलिस कार्तिकेय को ट्रांजिट रिमांड पर फरीदाबाद से कानुपर ला रही थी। पुलिस वाहन का टायर पंक्चर हो गया था और स्थिति का फायदा उठाते हुए कार्तिकेय ने भागने की कोशिश की। इस दौरान उसने एक पुलिसकर्मी की पिस्तौल छीन ली।’’
कुमार ने बताया कि उसने पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाई और पुलिस की जवाबी कार्रवाई में कार्तिकेय घायल हो गया था और उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
कानपुर के बिकरु कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे का एक और करीबी साथी एवं इनामी बदमाश प्रवीण उर्फ बाबा दुबे बृहस्पतिवार को इटावा में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस अधिकारी ने इसकी जानकारी दी ।
इटावा के पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बताया कि पुलिस ने प्रवीण को तड़के करीब साढ़े चार बजे एक स्थान पर घेर लिया था और फिर दोनों ओर से हुई गोलीबारी में वह मारा गया।
उन्होंने बताया कि वह बिकरु कांड मामले में वांछित था और उस पर 50,000 रुपये का इनाम भी घोषित था।
तोमर ने बताया कि प्रवीण के पास से एक राइफल और पिस्तौल भी बरामद की गई है।
बीते बृहस्पतिवार की देर रात कानपुर के चौबेपुर इलाके के बिकरू गांव में विकास दुबे को गिरफ्तार करने गए पुलिस दल पर दुबे और उसके साथियों ने गोलियां बरसाई थीं जिसमें एक पुलिस उपाधीक्षक समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे।
उस घटना के बाद से पुलिस मुठभेड़ में पांच लोग मारे गए हैं।
बुधवार को उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में अमर दुबे को पुलिस ने मार गिराया था जबकि तीन जुलाई को कानपुर में एक मुठभेड़ में पुलिस ने प्रेम प्रकाश पांडे और अतुल दुबे को मार गिराया था।
गैंगस्टर दुबे पर आरोप है कि पिछले शुक्रवार को उसने उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिस कर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से ही विकास दुबे कानपुर पुलिस के लिए मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में शुमार है। दुबे इस नरसंहार का एक नामजद आरोपी है।
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