भगवान बुद्ध के आदर्शों से मिल सकता है दुनिया के सामने आ रही चुनौतियों का स्थायी समाधान: मोदी

Last Updated 04 Jul 2020 10:43:21 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बुद्ध के आदर्शों को दुनिया के समक्ष मौजूदा चुनौतियों के स्थायी समाधान का मार्ग बताते हुए शनिवार को युवाओं से उनके विचारों से जुड़ने की अपील की।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर पहले वैश्विक ऑनलाइन 'धम्म चक्र दिवस समारोह' को वीडियो संदेश के जरिए संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, "प्रखर युवा सोच आज वैश्विक समस्याओं के समाधान प्रदान कर रही है। मैं हमारे युवाओं से भगवान बुद्ध के विचारों से जुड़ने का आह्वान करता हूं। वे आपको प्रोत्साहित करेंगे और आगे की राह दिखाएंगे।"

मोदी ने कहा, "आज दुनिया के समक्ष कई असाधारण चुनौतियां हैं। भगवान बुद्ध के आदर्शों में हमे इनके स्थायी समाधान मिल सकते हैं।"

उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध के आदर्श कल भी प्रासंगिक थे, आज से प्रासंगिक हैं और कल भी प्रासंगिक रहेंगे। उनके अष्टांगिक मार्ग कई समाजों और देशों का पथ प्रदर्शन कर रहे हैं। ये करुणा और दया के महत्व को रेखांकित करते हैं। उनकी शिक्षा विचार और कर्म की सरलता को महत्व देती है। बौद्ध धर्म आदर का पाठ पढ़ाता है- आम लोगों, गरीबों, महिलाओं, शांति और अहिंसा के आदर का पाठ। भगवान बुद्ध द्वारा दी गई सीख आज भी प्रसांगिक है।

'भारत देश भर के बौद्ध स्थलों से संपर्क बढ़ाने पर जोर दे रहा है'

प्रधानमंत्री ने लोगों को बौद्ध हेरिटेज साइट्स से जोड़ने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत में अनेकों बौद्ध हेरिटेज साइट्स हैं, जिससे लोगों और श्रद्धालुओं को जोड़ने का काम हम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मेरे संसदीय क्षेत्र वाराणसी को बहुत से लोग सारनाथ की वजह से जानते हैं। ऐसे में हम देश भर के बौद्ध स्थलों से संपर्क बढ़ाना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, "कुछ ही दिनों पहले ही हमारी कैबिनेट ने कुशीनगर एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट में बदलने का फैसला किया है। इससे विश्व भर के लोग और श्रद्धालु कुशीनगर आ पाएंगे और यहां आर्थिक विकास के अवसर भी पैदा होंगे।"

आषाढ़ पूर्णिमा के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का दिन गुरु पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। यह हमारे गुरुओं को याद करने का दिन है, जिन्होंने हमें ज्ञान दिया।

इससे पहले आषाढ़ पूर्णिमा के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज राष्ट्रपति भवन में धर्म चक्र दिवस का उद्घाटन किया जिसके बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने आयोजित धर्म चक्र दिवस समारोह को संबोधित किया। इस मौके पर मंगोलिया के राष्ट्रपति का एक विशेष संबोधन भी पढ़ा गया।

वार्ता/आईएएनएस
नई दिल्ली


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