एलएसी पर चीन की मौजूदा स्थिति समझौते के खिलाफ : भारत
भारत ने बृहस्पतिवार को इस आरोप से पूरी तरह इनकार किया कि इसने चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर यथास्थिति बदलने का कोई प्रयास किया है।
![]() विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव एवं चीनी राजदूत सुन वेइडोंग |
भारत ने कहा कि चीन मई के शुरू से ही एलएसी पर बड़ी संख्या में सैनिक जमावड़ा कर रहा था, जिसके कारण भारत को भी सैनिक तैनात करने पड़े हैं। उधर, चीन ने कहा है कि एलएसी पर तनाव के समाधान का दायित्व चीन पर नहीं है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने चीन के उस दावे का खंडन किया है कि भारत ने दोनों देशों के बीच 3488 किलोमीटर लंबी एलएसी पर यथास्थिति बदलने का प्रयास किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने ऑनलाइन मीडिया ब्री¨फग में कहा कि इस संबंध में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का दावा बिलकुल बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि एलएसी पर चीन की मौजूदा स्थिति सभी समझौतों का उल्लंघन है।
श्रीवास्तव ने कहा कि भारत ने इस मामले में अपना रुख पहले भी स्पष्ट कर दिया था। उन्होंने कहा कि एलएसी पर मौजूदा स्थिति जारी रहने से आगे भी माहौल खराब होगा। उधर, चीनी राजदूत सुन वेइडोंग ने कहा कि मौजूदा स्थिति का समुचित समाधान करने के लिए हम भारतीय पक्ष के साथ कार्य करने को तैयार हैं।
आपसी सम्मान और समर्थन निश्चित रूप से दोनों देशों के दीर्घकालिक हित में है। हमें उम्मीद है कि भारतीय और चीनी पक्ष सीमा स्थिति को और जटिल बनाने से बचेंगे और इसी अनुरूप काम करेंगे। आशंका और टकराव गलत रास्ता है और यह दोनों देशों के लोगों की आकांक्षाओं के विपरीत है। इस समय भारत चीन सीमा पर कुल मिलाकर स्थिति स्थिर और नियंत्रण में हैं।
| Tweet![]() |