कोरोनाः वकील आभा सिंह ने चीन व WHO के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में याचिका दाखिल की
मानवाधिकारवादी एवं प्रसिद्ध वकील आभा सिंह ने कोरोना वायरस के लिए चीन पर भारी आर्थिक दंड लगाने को लेकर संयुक्त राष्ट्र में पत्र के जरिये याचिका दाखिल की है।
![]() मानवाधिकारवादी एवं प्रसिद्ध वकील आभा सिंह (फाइल फोटो ) |
आभा सिंह ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की चीन से साठगांठ के कारण कोरोना के खतरे से बहुत देर बाद विश्व समुदाय को आगाह किया गया। वकील आभा सिंह ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटानियो गुटेरेस को भेजे याचिका पत्र में कहा है कि कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में भारी तबाही मचाई है।
कोविड–19 महामारी ने समूचे विश्व की अर्थव्यवस्था को तहस–नहस कर दिया है। इस वजह से संयुक्त राष्ट्र आम सभा में इस मसले पर तत्काल प्रस्ताव पारित किया जाना चाहिए। चीन दुनिया के 200 से अधिक देशों को हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई करे।
संयुक्त राष्ट्र से अनुरोध किया गया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की चीन से साठगांठ साफ नजर आ रही है। ताईवान ने पिछले साल दिसंबर में ही कोविड–19 के खतरे से आगाह कर दिया है। लेकिन संगठन ने जानबूझकर इसे महामारी घोषित करने में देरी की।
डब्ल्यूएचओ ने 11 मार्च को कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया‚ लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डब्ल्यूएचओ के खिलाफ भी जांच की जाए।
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