99 नहीं 100 प्रतिशत चाहिए लॉकडाउन
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि भारत को बढ़ते संक्रमण से बचाने के लिए 100 प्रतिशत लॉकडाउन चाहिए।
99 नहीं 100 प्रतिशत चाहिए लॉकडाउन |
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि लॉकडाउन का प्रत्येक व्यक्ति को पूरी तरह से पालन करना होगा।
इस स्थिति को नियंत्रण में रखने में प्रमुख योगदान, लॉकडाउन के दौरान लोगों की एक दूसरे से सुरक्षित दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) बनाए रखना है। अग्रवाल ने कहा कि जिन देशों में कोरोना के संक्रमण का प्रकोप ज्यादा है, उनमें एक संक्रमित व्यक्ति ने कम से कम सौ लोगों को संक्रमित किया, इसलिए वहां इसके संक्रमण ने महामारी का रूप धारण किया।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोशल डिस्टेंसिंग पर दिया जोर
लॉकडाउन को विस्तार नहीं : सरकार ने सोमवार को कहा कि देश में फिलहाल प्रभावी 21 दिन के लॉकडाउन की अवधि को और बढ़ाने की तत्काल कोई योजना नहीं है। यह बयान ऐसे समय आया है, जब आशंका जताई जा रही है कि कोरोना वायरस के प्रसार से निपटने के लिए देशभर में कारोबार ठप पड़ने से गंभीर आर्थिक संकट एवं सामाजिक तनाव उत्पन्न हो सकता है।
मंत्रिमंडल सचिव राजीव गौबा की ओर से यह स्पष्टीकरण तब आया है, जब पिछले पांच दिनों से हजारों प्रवासी मजदूर पैदल ही बड़े-बड़े शहरों से अपने घरों को लौट रहे हैं, जो बंद के कारण नौकरी गंवाने के बाद जीवन-यापन के उनके संघर्ष को दर्शाता है।
केंद्र सरकार दिहाड़ी श्रमिकों के लिए ठहरने एवं भोजन की व्यवस्था करने का राज्यों को पहले ही निर्देश दे चुकी है। सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने ट्वीट कर कहा, मीडिया में आ रही खबरें और कुछ अफवाहों में दावा किया जा रहा है कि सरकार 21 दिन के बंद की अवधि खत्म होने के बाद इसे और बढ़ा सकती है। मंत्रिमंडल सचिव ने इन खबरों से इनकार किया है और कहा है कि ये निराधार हैं।
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