भारत-अमेरिका संबंध 21वीं सदी का सबसे अहम गठजोड़

Last Updated 26 Feb 2020 05:14:07 AM IST

भारत-अमेरिका संबंधों को 21वीं सदी के सबसे अहम गठजोड़ में से एक करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि द्विपक्षीय रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग में वृद्धि दोनों देशों के संबंधों का एक महत्वपूर्ण आयाम है।


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (file photo)

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ कारोबार, आतंकवाद से मुकाबला, ऊर्जा सहयोग जैसे मुद्दों पर समग्र वार्ता के बाद संयुक्त संवाददाता संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, जहां तक द्विपक्षीय कारोबार का सवाल है, हमारे वाणिज्य मंत्रियों के बीच सकारात्मक वार्ताएं हुई हैं। उन्होंने कहा, राष्ट्रपति ट्रंप और मैं आज सहमत हुए हैं कि हमारे वाणिज्य मंत्रियों के बीच जो सहमति बनी है, उसे हमारी टीम कानूनी रूप दें। हम एक बड़े कारोबारी समझौते के लिए वार्ता शुरू करने पर भी सहमत हुए हैं। हमें आशा है कि आपसी हित में इसके अच्छे परिणाम निकलेंगे।

मोदी ने वैश्विक स्तर पर भारत और अमेरिका सहयोग को समान लोकतांत्रिक मूल्यों और उद्देश्यों पर आधारित बताया और कहा कि खासतौर पर हिन्द प्रशांत और नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के लिए यह सहयोग विशेष महत्व रखता है। प्रधानमंत्री ने कहा, हम दोनों देश विश्व में संपर्क, आधारभूत ढांचे के विकास में टिकाऊ एवं पारदर्शी वित्त पोषण के महत्व पर सहमत हैं। हमारा यह आपसी तालमेल एक-दूसरे के ही नहीं, बल्कि विश्व के हित में है।

मोदी ने कहा, राष्ट्रपति ट्रंप का ऐतिहासिक और भव्य स्वागत हमेशा याद रखा जाएगा। अमेरिका और भारत के संबंध सिर्फ दो सरकारों के बीच नहीं हैं, बल्कि लोक केंद्रित हैं। यह संबंध, 21वीं सदी का सबसे महत्वपूर्ण गठजोड़ है। राष्ट्रपति ट्रंप ने मादक पदार्थ और इससे जुड़ी समस्याओं से निपटने को प्राथमिकता दी है। आज हमारे बीच मादक पदाथरे की तस्करी, मादक पदार्थ से जुड़े आतंकवाद और संगठित अपराध जैसी गंभीर समस्याओं के बारे में एक नए तंत्र पर भी सहमति बनी।

आतंकवाद समर्थकों को जिम्मेदार ठहराएंगे : मोदी ने कहा, आतंकवाद के समर्थकों को जिम्मेदार ठहराने के लिए आज हमने अपने प्रयासों को और आगे बढ़ाने का निश्चय किया है। आज राष्ट्रपति ट्रंप और मैंने हमारे संबंधों को समग्र वैश्विक सामरिक गठजोड़ के स्तर पर ले जाने का निर्णय किया है। मोदी ने कहा, कुछ ही समय पहले स्थापित हमारा सामरिक ऊर्जा गठजोड़ सुदृढ होता जा रहा है और इस क्षेत्र में आपसी निवेश बढ़ा है। तेल और गैस के लिए अमेरिका, भारत का एक बहुत महत्वपूर्ण स्त्रोत बन गया है।

भारत अमेरिका गठजोड़ उद्योग 4.0 और 21वीं शताब्दी की अन्य उभरती प्रौद्योगिकी पर भी नवोन्मेष और उद्यमिता के नए मुकाम स्थापित कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, हमने इस गठजोड़ के हर अहम पहलू पर सकारात्मक रूप से विचार किया-चाहे रक्षा, सुरक्षा हो, ऊर्जा सामरिक गठजोड़ हो, प्रौद्योगिकी सहयोग हो, वैश्विक संपर्क हो, कारोबारी संबंध हो या लोगों से लोगों के बीच संपर्क हो। भारत और अमेरिका के बीच बढ़ता रक्षा और सुरक्षा सहयोग हमारे सामरिक गठजोड़ का एक बहुत अहम हिस्सा है। अत्याधुनिक रक्षा उपकरणों पर सहयोग से भारत की रक्षा क्षमता में बढ़ोतरी हुई है।

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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