6 दिन में 36 मंत्रियों को कश्मीर भेजना घबराहट का संकेत: कांग्रेस
कांग्रेस ने केंद्र के 36 मंत्रियों को कश्मीर भेजने के सरकार के फैसले को घबराहट का संकेत करार देते हुए गुरुवार को दावा किया कि अनुच्छेद 370 के विशेष प्रावधानों को खत्म करना एक बड़ी गलती थी और अब त्वरित उपाय काम नहीं आएंगे।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी (फाइल फोटो) |
पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘36 मंत्रियों को छह दिनों के भीतर जम्मू-कश्मीर भेजना सामान्य स्थिति का नहीं, बल्कि घबराहट का संकेत है। अनुच्छेद 370 को हटाना बड़ी गलती थी और कोई भी त्वरित उपाय काम नहीं आने वाला है।’’
36 Ministers running around J&K in 6 days is a sign of Panic not normalcy.Abrogating Article 370 was a blunder & no quick fixes will work
— Manish Tewari (@ManishTewari) January 16, 2020
Humpty Dumpty sat on a wall,
Humpty Dumpty had a great fall;
All the king's horses and all the king's men Couldn't put Humpty together again. pic.twitter.com/CaoBoztYSH
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा, ‘‘अमित शाह कहते हैं कि कश्मीर में सबकुछ सामान्य है। अगर ऐसा है तो 36 लोगों को दुष्प्रचार के लिए क्यों भेजा जा रहा है? ऐसे लोगों को क्यों नहीं भेजा गया जो दुष्प्रचार नहीं करें और वहां के हालात को समझ सकें।’’
Amit Shah says all is normal in Kashmir
— Kapil Sibal (@KapilSibal) January 16, 2020
If so , why send 36 propagandists to Kashmir ?
Why not allow non-propagandists to go and understand the situation prevailing there ?
खबरों के मुताबिक, केंद्र सरकार के 36 मंत्री 18 से 25 जनवरी तक जम्मू और कश्मीर का दौरा करेंगे और सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर के लिए चलाई जा रही योजनाओं और कार्यक्रमों को आम लोगों के बीच पहुंचाएंगे।
यह भी कहा जा रहा है कि सरकार कश्मीरी लोगों के बीच उन योजनाओं की जानकारी पहुंचाना चाहती है जिन्हें अनुच्छेद 370 के विशेष प्रावधानों को हटाने के बाद शुरू किया गया है।
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