कर्नाटक उपचुनाव: 13 अयोग्य ठहराये गए विधायकों को BJP ने दिया टिकट
भाजपा ने कांग्रेस-जद(एस) के अयोग्य ठहराए गए 13 विधायकों को कर्नाटक विधानसभा के लिए पांच दिसंबर को होने जा रहे उपचुनाव के लिए टिकट दिया।
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सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को कर्नाटक के तत्कालीन स्पीकर के आर रमेश द्वारा 17 विधायकों को अयोग्य ठहराने के फैसले को बरकरार रखा था और इससे राज्य में इन सीटों के लिये उपचुनाव का मार्ग प्रशस्त हुआ।
कर्नाटक में विश्वास मत हासिल करने में विफल रहने पर तब के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी को इस्तीफा देना पड़ा और बी एस येदियुरप्पा के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनी।
भाजपा ने हालांकि अभी शेष दो सीटों के लिये उम्मीदवार घोषित नहीं किये हैं जहां दिसंबर में उपचुनाव होने हैं।
इन विधायकों द्वारा प्रतिनिधित्व की जाने वाली 17 में से 15 सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं जबकि अदालत में मामला लंबित होने के कारण दो सीट मस्की और आर आर नगर में चुनाव रोके गए हैं।
कांग्रेस-जदएस के अयोग्य ठहराये गए 17 में से 16 विधायक गुरुवार को बेंगलुरू में भाजपा में शामिल हो गए जहां मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कटील और भाजपा महासचिव मुरलीधर राव मौजूद थे।
इनमें से 13 अयोग्य ठहराये गए विधायकों को उनकी सीट से दोबारा उतारा गया है। कांग्रेस के अयोग्य ठहराये गए जिन 13 विधायकों को भाजपा ने टिकट दिये हैं, उनमें महेश कुमाटनी (अथानी), श्रीमंथगौड़ा पटिल (कगवाड), रमेश जारकीहोली (गोकाक), शिवराम हेब्बार (येलापुर), बीसी पाटिल (हिरेकेरूर), आनंद सिंह (विजयनगर), सुधाकर (चिकबल्लभपुर), वाइराती बासवराज (के आर पुरम), एस टी सोमशेखर (यशवंतपुर) और एम टी बी नागराज (होस्कोटे) शामिल हैं।
जदएस के जिन सदस्यों को भाजपा से टिकट मिला है, उनमें के गोपालैया (महालक्ष्मी लेआउट), ए एच विश्वनाथ (हुंसूर) और केसी नारायण गौड़ा (कृष्णराजपेट) शामिल हैं। भाजपा को सत्ता में बने रहने के लिये इन 15 सीटों में से 6 सीट पर जीत जरूरी है।
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